शीघ्र आकार लेगी सर्वाधिक ऊंची श्रीराम प्रतिमा की परियोजना

मुख्यमंत्री ने विजन डाक्यूमेंट की समीक्षा करते हुए भूमि खरीद की प्रक्रिया अविलंब आगे बढ़ाने का दिया निर्देश. नवंबर 2018 से ही आकार लेने की प्रतीक्षा कर रहा है मुख्यमंत्री का यह ड्रीम प्रोजेक्ट.

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 08:12 PM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 08:12 PM (IST)
शीघ्र आकार लेगी सर्वाधिक ऊंची श्रीराम प्रतिमा की परियोजना
शीघ्र आकार लेगी सर्वाधिक ऊंची श्रीराम प्रतिमा की परियोजना

अयोध्या : रामनगरी में श्रीराम की 251 मीटर ऊंची प्रतिमा स्थापित किए जाने की योजना आकार लेने को है। हालांकि यह योजना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट के तौर पर नवंबर 2018 में ही सामने आई, पर दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित करने का स्वप्न साकार करना आसान नहीं था। इसके लिए न केवल हजारों करोड़ की राशि की जरूरत है, बल्कि सैकड़ों बीघा भूमि की भी दरकार है। भूमि की तलाश में प्रशासन को राजस्व अमले के साथ एक वर्ष से अधिक समय तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। आखिरकार रामनगरी से ही लगी पुण्यसलिला सरयू के माझा बरहटा में 80.357 हेक्टेयर भूमि श्रीराम की प्रतिमा के लिए चिह्नित की गई। भूमि की तलाश पूरी होने के साथ इसे क्रय किए जाने की प्रक्रिया अचानक ठंडे बस्ते में चली गई और नौ नवंबर 2019 को रामजन्मभूमि के पक्ष में सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय आने के साथ निर्माण की दिशा भव्य मंदिर और नव्य अयोध्या की ओर केंद्रित हो गई। अब जबकि नींव खनन के साथ मंदिर निर्माण की प्रक्रिया गति पकड़ चुकी है और रामनगरी को दुनिया की श्रेष्ठतम नगरी बनाए जाने का खाका खींचा जा रहा है, तब मुख्यमंत्री ने नए सिरे से श्रीराम की प्रतिमा स्थापित किए जाने की योजना की ओर ध्यान आकृष्ट कराया है। गत 23 फरवरी को अयोध्या के विजन डाक्यूमेंट की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने जिन चुनिदा योजनाओं पर जोर दिया, उनमें से एक श्रीराम की प्रतिमा स्थापित किए जाने की योजना भी शामिल थी। उन्होंने बताया कि पर्यटन विभाग ने इस योजना के तहत भूमि क्रय करने के लिए अयोध्या के जिलाधिकारी को सौ करोड़ की राशि उपलब्ध करा दी है और अब बिना किसी विलंब के चिह्नित भूमि की खरीद एवं अधिग्रहण होना चाहिए। पूर्व में भी आवंटित हो चुके हैं सैकड़ों करोड़

- प्रतिमा का निर्माण भले ही प्रतीक्षित हो, पर इसके लिए धन का आवंटन 2019 की शुरुआत से ही होने लगा। प्रदेश सरकार ने तब प्रतिमा की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने के लिए दो सौ करोड़ की राशि मंजूर की और सौ करोड़ का आवंटन भी किया गया। 2019 में ही दो नवंबर को प्रदेश सरकार ने श्रीराम की प्रतिमा के लिए 447.46 करोड़ की राशि आवंटित की। प्रतिमा के साथ होगा पर्यटन का परिपूर्ण पैकेज

- श्रीराम की प्रतिमा के साथ पर्यटन का परिपूर्ण पैकेज विकसित किया जाना है। प्रतिमा के साथ विशाल परिसर में डिजिटल संग्रहालय, व्याख्यान केंद्र, पुस्तकालय, फूड प्लाजा एवं पर्यटकों की जरूरत से जुड़ी बुनियादी सुविधाएं संयोजित की जाएंगी। दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमाएं

- प्रस्तावित श्रीराम प्रतिमा, अयोध्या- 251 मीटर

- स्टेच्यू ऑफ यूनिटी (सरदार पटेल की प्रतिमा) नर्मदा, गुजरात- 182 मीटर

- चीन के तियनरुई स्थित बुद्ध प्रतिमा- 128 मीटर

- म्यांमार के मोन्वया शहर के करीब स्थित बुद्ध प्रतिमा- 115.8 मीटर

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