138 ग्राम पंचायतों में पौधों का भुगतान अटका

फैजाबाद : जिले के दो ब्लॉकों की 138 ग्राम पंचायतों ने बिना उद्यान विभाग में पंजीकरण के पौधो

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Nov 2018 11:33 PM (IST) Updated:Tue, 20 Nov 2018 11:33 PM (IST)
138 ग्राम पंचायतों में पौधों का भुगतान अटका
138 ग्राम पंचायतों में पौधों का भुगतान अटका

फैजाबाद : जिले के दो ब्लॉकों की 138 ग्राम पंचायतों ने बिना उद्यान विभाग में पंजीकरण के पौधों की आपूर्ति करा ली। यही नहीं भुगतान में कोई रोड़ा न अटके, आपूर्ति के दो दिन बाद नर्सरी ने वाणिज्यकर में पंजीकरण भी करा लिया। पौधों की आपूर्ति करने वाली जगदंबा नर्सरी वारिसगंज-अमेठी की है। करीब तीन महीने से उसका भुगतान अटका है।

ब्लॉक ह¨रग्टनगंज एवं मिल्कीपुर की ग्राम पंचायतों में उसने पौधों की आपूर्ति की है। ये सारे पौधे ग्राम पंचायतों में 15 अगस्त को लगाए गए। तीन महीने में ये कितने जीवित बचे, अभी यह सवाल नहीं। सवाल यह है कि अगर नर्सरी पंजीकृत नहीं तो पौधों की आपूर्ति ग्राम पंचायतों ने किसके आदेश से ली। भुगतान मनरेगा के तहत होना है। इसी से पौधों की सप्लाई सवालों के घेरे में है। मिल्कीपुर के बीडीओ सुनील कुमार कौशल इसके केंद्र में हैं। उन्हीं के पास मिल्कीपुर के अलावा हरिग्टनगंज का अतिरिक्त प्रभार है। इन्हीं दोनों ब्लॉकों का भुगतान अटका है। बीडीओ का कहना है कि उद्यान एवं वन विभाग की नर्सरी से पौधों की आपूर्ति न होने से निजी नर्सरियों से पौधे खरीदने की छूट थी। अब भुगतान में रोड़े अटकाए जा रहे हैं। उनका कहना है कि उन्होंने नहीं, ग्राम पंचायतों ने पौधे निजी नर्सरी से खरीदे हैं। भुगतान के लिए नर्सरी औपचारिकता पूरा करा रही है। जगदंबा नर्सरी उद्यान विभाग में अपंजीकृत

सूत्रों के अनुसार जगदंबा नर्सरी, वारिसगंज-अमेठी वर्ष 2018-19 में उदयान विभाग-अमेठी में पंजीकृत नहीं है। वन विभाग ने निजी नर्सरियों के पंजीकरण व्यवस्था से इंकार किया है। इसी से आपूर्ति किए गए पौधों के भुगतान का सवाल उठा है।

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