रामनगरी में अभियांत्रिकी के देवता के प्रति प्रवाहित हुई आस्था की धार
जगह-जगह पूजन से छलका भगवान विश्वकर्मा के प्रति अनुराग सार्वजनिक प्रतिष्ठानों कल-कारखानों में की गई उपकरण पूजा
अयोध्या : रामनगरी में अभियांत्रिकी के देवता भगवान विश्वकर्मा के प्रति आस्था की धार प्रवाहित हुई। हालांकि गुरुवार से हो रही लगातार बरसात की वजह से जन-जीवन अस्त-व्यस्त था, कितु शुक्रवार को सुबह से ही विश्वकर्मा के अनुरागी पूरे उत्साह से सामने आए। अभियांत्रिकी से जुड़े तबकों के घर एवं कार्यस्थल सजावट के अनेकानेक साधनों और ध्वनि विस्तारक यंत्रों से प्रसारित भजनों के माध्यम से उत्सव की छटा बिखेर रहे थे। रेलवे स्टेशन, परिवहन निगम की कार्यशाला, नलकूप विभाग, सेतु निगम, पावर कार्पोरेशन कार्यशाला, जलकल कार्यालय, लोक निर्माण विभाग के कार्यालय, बेनीगंज स्थित राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान शुक्रवार को काम-काज से विरत मंदिर की तरह नजर आ रहे थे। कहीं भजन गूंज रहे थे, कहीं अगर-धूप, चंदन की सुवास के साथ आरती का आलोक विस्तीर्ण था, तो कहीं स्तुति के साथ प्रसाद वितरण का दौर चल रहा था। जानकीमहल परिसर में संचालित फिजियोथेरेपी सेंटर के अनेकानेक उपकरण शुक्रवार को अलहदा भूमिका में थे। जो उपकरण सामान्य दिनों में पीड़ितों के उपचार और फिटनेस के साधन होते हैं, वे शुक्रवार को आस्था के केंद्र साबित हो रहे थे। सेंटर के मुख्य उपचारक डॉ. पवनकुमार वैश्य ने सहयोगी चिकित्सक विभोर गुप्त, रामाशीष यादव एवं संतोष यादव सहित कुमारी लक्ष्मी, निशा सोनकर आदि के साथ भगवान विश्वकर्मा के चित्र के साथ उपकरणों का विधि-विधान से पूजन किया एवं मिष्ठान का भोग अर्पित करने के बाद प्रसाद वितरित किया। इस मौके पर जानकीमहल प्रबंधन से जुड़े आदित्य सुल्तानिया सहित विश्वनाथ नाथानी, ओमप्रकाश जालान, अशोक कुमार वर्मा, सुशील चौरसिया, अग्निवेश सिंह प्रमुख रूप से मौजूद रहे। गद्दोपुर स्थित एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में सर्विस मैनेजर रामतीरथ, सेल्स मैनेजर विष्णु विक्रम सिंह, सुरेश पांडेय, शिवकुमार ने विधि-विधान से विश्वकर्मा पूजन किया। सौरभ सिंह, विनय मौर्य, अनिल वर्मा, अमित कुमार, विनोद वर्मा आदि मौजूद रहे। सुल्तानपुर मार्ग स्थित राज कृषि उद्योग में अमित सिंह ने, देवकाली स्थित न्यू प्रिया बैट्री में श्यामकिशोर जायसवाल तथा सिविल लाइन स्थित विश्वकर्मा सर्विस सेंटर में अनिरुद्ध विश्वकर्मा के संयोजन में अभियांत्रिकी के देवता को नमन किया गया।