पंचायत चुनाव के आरक्षण में बड़े फेरबदल के आसार
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में आरक्षण के बारे में आए हाईकोर्ट के फैसले से बड़े उलटफेर की संभावना है। वहीं सीटों के आरक्षण की अब तक की सारी कवायद पर कोर्ट के फैसले से पानी फिर गया है। सबसे संकट में वे दावेदार हैं जो अनंतिम सूची के आरक्षण को तय मान समर्थकों समेत चुनाव मैदान में कूद कर प्रचार शुरू कर चुके हैं।
अयोध्या: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में आरक्षण के बारे में आए हाईकोर्ट के फैसले से बड़े उलटफेर की संभावना है। वहीं सीटों के आरक्षण की अब तक की सारी कवायद पर कोर्ट के फैसले से पानी फिर गया है। सबसे संकट में वे दावेदार हैं जो अनंतिम सूची के आरक्षण को तय मान समर्थकों समेत चुनाव मैदान में कूद कर प्रचार शुरू कर चुके हैं। अदालत के फैसले से सदस्य जिला पंचायत, सदस्य क्षेत्र पंचायत, ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत सदस्य पद के आरक्षण में बदलाव के आसार की चर्चा लोगों में तेज है। प्रचार में कूद चुके दावेदारों के चेहरे की चमक कोर्ट के फैसले से गायब है। कोर्ट ने 25 मार्च तक आरक्षण की प्रक्रिया पूरी कर लेने का निर्देश दिया है। जिला पंचायतराज अधिकारी शीतलाप्रसाद सिंह ने कहा, कोर्ट के आदेश का अनुपालन होगा। 12 मार्च को कोर्ट ने 13 व 14 मार्च को आरक्षण की अंतिम सूची प्रकाशन पर रोक लगा दी थी। कोर्ट ने शासन के आरक्षण के मूल वर्ष में बदलाव के शासनादेश को नहीं माना। आरक्षण की सारी प्रक्रिया को 10 दिन में पूरा किया जाना है। वैसे पंचायती राज विभाग के पास त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संबंधी डाटा उपलब्ध है। सीटों के आरक्षण का अनंतिम प्रकाशन एक, दो दिन में कराए जाने की तैयारी पंचायतीराज विभाग में शुरू है।
पंचायत चुनाव में कांग्रेस देगी मजबूत उम्मीदवार को समर्थन : दयानंद
रुदौली (अयोध्या) : पंचायत चुनाव को लेकर कांग्रेस ने भी कमर कस ली है। कांग्रेस जिला पंचायत की सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। पीसीसी सदस्य दयानंद शुक्ल ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि पंचायत चुनाव में कांग्रेस मजबूत उम्मीदवारों को अपना समर्थन देगी। कांग्रेस से समर्थन मांगने वालों की संख्या अधिक है। प्रदेश व जिला नेतृत्व मजबूत व कैडर के लोगों को अपना समर्थन देगा। कहा, कांग्रेस की तरफ जनता आशा भरी नजरों से देख रही है। कांग्रेस के शासनकाल को लोग आज याद कर रहे हैं। भाजपा सरकार में बढ़ती महंगाई से हर वर्ग त्रस्त है। किसान-छात्र सब आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन उनकी आवाज सुनने वाला कोई नहीं है। इससे पहले पीसीसी सदस्य ने आधा दर्जन गांवों में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। टेर, अमराई गांव, भेलसर, शुजागंज, रानीमऊ, गांव में बैठकों के दौरान उन्होंने पंचायत चुनाव के मद्देनजर कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोली। बैठक में कांग्रेस की नीतियों से अवगत कराया। इस मौके पर परमानंद शुक्ल, मुज्तबा खां, मुनीर खां, आलोक, दीपक कुमार, कपिल शुक्ल मौजूद रहे।