गीत संगीत से कर रहे जागरूक, काउंसिलिग से बढ़ा रहे आत्मबल

सलमान खान की चर्चित फिल्म जय हो व साउथ इंडियन फिल्म स्टार चिरंजीवी फिल्म स्टालिन में हीरो किसी की मदद के बदले थैंक्स लेने के बजाय मददगारों से तीन लोगों की मदद करने का संदेश देकर एक अनोखी श्रृंखला बनाने का प्रयास करते हैं। ठीक इसी तरह का प्रयास कोरोना संक्रमण की श्रृंखला (चेन) को तोड़ने के लिए परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों ने भी शुरू किए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 11:34 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 11:34 PM (IST)
गीत संगीत से कर रहे जागरूक, काउंसिलिग से बढ़ा रहे आत्मबल
गीत संगीत से कर रहे जागरूक, काउंसिलिग से बढ़ा रहे आत्मबल

अयोध्या : सलमान खान की चर्चित फिल्म जय हो व साउथ इंडियन फिल्म स्टार चिरंजीवी फिल्म स्टालिन में हीरो किसी की मदद के बदले थैंक्स लेने के बजाय मददगारों से तीन लोगों की मदद करने का संदेश देकर एक अनोखी श्रृंखला बनाने का प्रयास करते हैं। ठीक इसी तरह का प्रयास कोरोना संक्रमण की श्रृंखला (चेन) को तोड़ने के लिए परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों ने भी शुरू किए हैं। इसके लिए ऑनलाइन अध्यापन के तैयार नेटवर्क का प्रयोग किया जा रहा है।

यह सिस्टम तीन प्रकार से ऑपरेट हो रहा। पहला कोरोना से बचाव के उपाय बताए जा रहे हैं तो दूसरा गीत, संगीत को वायरल कर जागरूक किया जा रहा है। तीसरा गूगल मीट के माध्यम से बच्चों व आम लोगों की काउंसलिग की जा रही है, जिससे बिना अवसाद में आए जंग जीतने में मददगार बने।

इस मुहिम में करीब साढ़े सात हजार से अधिक शिक्षक व दो लाख 36 हजार 178 से अधिक बच्चे हिस्सा हैं। 20 अप्रैल से शुरू हुए इस अभियान में सौ से अधिक शिक्षकों से संपर्क कर सभी को जोड़ा गया है। कोरोना महामारी के दौर में इसके प्रोटोकॉल का हर हाल में पालन का संकल्प दिलाया जा रहा है। सभी से खुद को सतर्क एवं सुरक्षित रख समाज को भय मुक्ति बनाने का संदेश दिया जा रहा है। कहा जा रहा है कि सभी शारीरिक दूरी व मास्क जरूरी को अंगीकार करें। एकेडमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) मनीष शुक्ल बताते हैं कि इस मुहिम के जरिए शिक्षकों के माध्यम से हर बच्चे तक परिवार, रिश्तेदार, परिचित व पड़ोसियों को संक्रमण से बचने का तरीका पहुंचाया जाएगा। बोल, बचाव ही इलाज है। मनीष ने बताते हैं कि दो से तीन दिन में चेन तैयार हो जाएगी, जो कोरोना की चेन को तोड़ने में सहायक होगाी। इस दौरान लोगों का उत्साह भी बढ़ाया जाएगा। सकारात्मक ऊर्जा को भी प्रवाहित किया जाएगा।

एआरपी अरविद तिवारी का कहना ही कि यह मुहिम बिना किसी खर्च के और कोरोना से मुकाबला करेगी। एआरपी सदक ए हुसैन कहते हैं कि दवा की तरह गूगल मीट भी कोरोना संक्रमण से बचाव में मददगार साबित हो रही है।

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