मंदिर निर्माण के लिए आ चुके एक हजार करोड़

रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने अनुमान व्यक्त किया है कि राम मंदिर निर्माण के लिए अब तक एक हजार करोड़ की निधि संकलित हो चुकी है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 11 Feb 2021 12:09 AM (IST) Updated:Thu, 11 Feb 2021 12:09 AM (IST)
मंदिर निर्माण के लिए आ चुके एक हजार करोड़
मंदिर निर्माण के लिए आ चुके एक हजार करोड़

अयोध्या : रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने अनुमान व्यक्त किया है कि राम मंदिर निर्माण के लिए अब तक एक हजार करोड़ की निधि संकलित हो चुकी है। वे रामघाट स्थित मंदिर निर्माण कार्यशाला में मीडिया से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे। उन्होंने बताया कि राम मंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण अभियान में एक लाख 50 हजार टोलियां लगी हैं। प्रत्येक दिन 37 हजार लोग राम मंदिर के लिए बैंक में डिपॉजिट कर रहे हैं। बैंकों में जमा हो रहे चेक क्लियरेंस में समय लग रहा है। ऐसे में मंदिर के लिए कितनी निधि संकलित हो चुकी है, इसका सटीक उत्तर नहीं दिया जा सकता। मात्र अनुमान व्यक्त किया जा सकता है। मंदिर के लिए विभिन्न वर्गों की ओर निधि समर्पित किए जाने के सवाल पर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव ने कहा, हमारे लिए बस एक ही वर्ग है, जो यह मानता है कि राम हमारे आराध्य हैं, महापुरुष हैं, मर्यादा पुरुषोत्तम हैं और पूर्वजों के भी पूर्वज हैं। राम मंदिर के लिए निधि समर्पण अभियान की ओर इशारा करते हुए भाजपा पर चंदाजीवी होने का तंज कसने वाले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान की ओर ध्यान आकृष्ट कराए जाने पर चंपतराय ने इतना भर कहा, भगवान सबको सद्बुद्धि दे। मंदिर निर्माण की गति के सवाल पर चंपतराय ने बताया कि गत वर्ष पांच अगस्त को प्रधानमंत्री ने जिस तल पर भूमिपूजन किया था, उस तल से पांच मीटर नीचे तक मिट्टी हटाई जा चुकी है। यद्यपि प्रस्तावित मंदिर 360 फीट लंबा और 235 फीट चौड़ा है, पर काम की सुविधा की ²ष्टि से चार सौ फीट गुणे 250 फीट के परिक्षेत्र की मिट्टी हटाई जा रही है। सोमपुरा से अनुबंध का किया गया नवीनीकरण

- मंदिर निर्माण के लिए एलएंडटी, टाटा कंसल्टेंसी एवं कुछ अन्य एजेंसीज से अनुबंध के सवाल पर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव ने बताया कि मंदिर निर्माण के लिए सीबी सोमपुरा से 1992 में ही अनुबंध किया गया था, पर लंबा समय बीत जाने की वजह से कुछ शर्तों की वृद्धि के साथ अनुबंध का नवीनीकरण किया गया है। सोमपुरा प्रस्तावित राम मंदिर के मुख्य शिल्पी हैं, जबकि मंदिर निर्माण की मुख्य कार्यदायी संस्था के रूप में एलएंडटी तथा मंदिर को छोड़कर 65 एकड़ के रामजन्मभूमि परिसर के विकास का खाका खींचने के लिए टाटा कंसल्टेंसी को अनुबंधित किया गया है।

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कार्यशाला का किया निरीक्षण

- तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव ने गुरुवार को तीसरे पहर एलएंडटी के विशेषज्ञों के साथ मंदिर निर्माण कार्यशाला का निरीक्षण किया। इस दौरान प्रस्तावित मंदिर के मुख्य शिल्पी सीबी सोमपुरा के पुत्र निखिल सोमपुरा भी मौजूद रहे। इस दौरान बताया गया कि कार्यशाला में एक कार्यालय भी स्थापित किया जाएगा।

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