आठ दिसंबर से महायोजना 2031 पर ली जाएंगी आपत्तियां : मंडलायुक्त
कमिश्नर की अध्यक्षता में अयोध्या विकास प्राधिकरण की बोर्ड बैठक. रामनगरी के विकास सहित विस्तारित क्षेत्र के नियोजित विकास पर जोर.
अयोध्या : महायोजना 2031 की स्वीकृति अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गई। आठ दिसंबर के बाद महायोजना 2031 पर आपत्तियां ली जाएंगी। सोमवार की देरशाम संपन्न प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में यह निर्णय लिया गया। मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल की अध्यक्षता में बैठक के केंद्र में मास्टर प्लान रहा। जिलाधिकारी नितीश कुमार भी बैठक में शामिल हुए। विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह ने रामनगरी के विकास के लिए प्रस्तावित मास्टर प्लान पर प्रकाश डाला। अन्य प्रस्तावित एजेंडा पर भी चर्चा हुई। विकास प्राधिकरण दो दशक पुराने मास्टर प्लान पर कार्य कर रहा है। रामनगरी के समग्र विकास की रूपरेखा आरंभ हुई तो नए मास्टर प्लान को लेकर गंभीर से कार्य शुरू हुआ। अयोध्या के विकास क्षेत्र के मास्टर प्लान-2031 को गत दिनों लखनऊ में हुई शासी समिति की बैठक में भी स्वीकृत मिल चुकी है, जिसके बाद अग्रिम कार्यवाही के लिए मास्टर प्लान को प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में रखा जाना था। सोमवार को यह प्रक्रिया भी संपन्न हुई। मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल ने बताया कि आठ दिसंबर को मास्टर प्लान को आम जनता के लिए सार्वजनिक कर आपत्तियां मांगी जाएंगी। सभी आपत्तियों व सुझावों का निस्तारण करने के बाद मास्टर प्लान फिर से शासन अनुमोदन को भेजा जाएगा। शासन की मोहर लग जाने के बाद अयोध्या का मास्टर प्लान 2031 लागू हो जाएगा। मंडलायुक्त ने बताया कि इसके अतिरिक्त प्राधिकरण ने राममंदिर के आसपास बाहरी क्षेत्रों के लिए भी ले-आउट पास कर दिया है। अयोध्या में लोगों की आवासीय आवश्यकता पूरी करने के लिए प्राधिकरण ने 300 फ्लैट के अपार्टमेंट भी बनाएगा। इस योजना पर को भी बोर्ड के समक्ष रखा गया है। बैठक में प्राधिकरण के सचिव डा. संजीव कुमार, उपसचिव स्वर्णिम राज सहित बोर्ड के सभी अधिकारी मौजूद रहे।