जैविक खेती के प्रति जागरूकता जरूरी
प्रधानाचार्य ने छात्रों के प्रयासों की सराहना की और बेहतर कार्य करने का भरोसा दिलाया
अयोध्या: छात्रों को तकनीकी ज्ञान के साथ जैविक खेती व हस्तशिल्प उद्योग के बारे में जानकारी देने की आवश्यकता है। जैविक उत्पादों के प्रयोग से लोगों को बेहतर स्वास्थ्य व बेहतर पर्यावरण मिलेगा। इसके प्रति जागरूकता जरूरी है।
यह बातें गुरुवार को नवीन मंडी परिसर में श्रीराम बल्लभा भगवंत विद्यापीठ इंटर कॉलेज के छात्रों के प्राकृतिक उत्पाद केंद्र का निरीक्षण करने के बाद उपशिक्षा निदेशक सूर्यनारायण मिश्र ने कहीं। उन्होंने प्रधानाचार्य आलोक तिवारी के पहल की सराहना की। कहा, यह विद्यालय शिक्षा के साथ-साथ अन्य नवाचार पर भी ध्यान दे रहा है। मंडी सचिव कुलभूषण वर्मा ने कहा कि माध्यमिक विद्यालयों के पाठ्यक्रम में जैविक खेती के बारे में अधिक जानकारी शामिल किए जाने की आवश्यकता है, ताकि कृषि संकाय के विद्यार्थियों को बेहतर जानकारी मिले। प्रधानाचार्य ने छात्रों के प्रयासों की सराहना की और बेहतर कार्य करने का भरोसा दिलाया। जैविक खेती करने वाले किसान राजेंद्र वर्मा व राकेश दुबे ने जैविक उत्पादों के बारे में जानकारी दी। साकेत महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य एलएन तिवारी, शिक्षक नेता रामअनुज तिवारी, विनोद मिश्र, डॉ. राकेश दुबे, अतुल मिश्र, रंजीत मौर्य, आकाश गौड़, महेश वर्मा, प्रतिभा पाठक, राजेश तिवारी, बीएन सिंह, महिमा तिवारी, मोनू मिश्र व राघवेंद्र मिश्र मौजूद रहे।
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ये उत्पाद किए गए प्रदर्शित
प्रदर्शनी में जैविक विधि से तैयार तिलक-चंदन, काला-नमक व रेड-राइस प्रजाति के चावल, बंसी गेहूं का आटा, बैंगन, कद्दू, लौकी, भिडी, करैला, मूली, सतपुतिया, आंवला, केला, नींबू व सब्जियों को प्रदर्शित किया गया। छात्रों के बनाए गए हस्तनिर्मित गौरी-गणेश, झालर, मेजपोश भी आकर्षण का केंद्र रहे।
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फैंसी ड्रेस का स्टाल लगाया
नारी शक्ति क्षेत्र स्तरीय समिति की अनीता द्विवेदी व मेनका सिंह ने फैंसी ड्रेस का स्टाल लगाया। यहां मॉस्क के साथ महिलाओं के परिधान प्रदर्शित किए गए। इसके अलावा मेथौरी, अचार, हस्तनिर्मित पंखा (बेना) जूट फाइल व जैविक खाद को भी प्रदर्शित किया गया।