धनाभाव में अटकी नगर निगम क्षेत्र के विकास की गाड़ी
16 करोड़ रुपए का नहीं हुआ भुगतान कई विकास कार्य प्रभावित. विस्तारित क्षेत्र में नागरिक सुविधाओं का टोटा लोग हो रहे परेशान.
अयोध्या: सरकार ने अयोध्या को नगर निगम तो बनाया पर यहां कदम-कदम पर बजट का संकट है। इसी वजह से कई विकास कार्य बाधित हैं। निगम जैसी सुविधाएं लोगों को नहीं मिल पा रही हैं, जबकि टैक्स निगम की तर्ज पर लिया जा रहा है। सड़क व नाली के निर्माण का कार्य प्रभावित हुआ है। कुछ निर्माण कार्य हुए लेकिन अभी तक ठेकेदारों को भुगतान तक नहीं हो सका है। निगम पर तकरीबन 16 करोड़ की देनदारी है। गत वर्ष मार्च माह के पहले दीनदयाल योजना में तकरीबन नौ करोड़ रुपए का टेंडर हुआ, लेकिन इसके अंतर्गत सड़क व नाली का निर्माण पूरा नहीं हो सका। कुछ ठेकेदारों ने कार्य कराए भी लेकिन उन्हें भुगतान नहीं हो पा रहा।
इसके अतिरिक्त सरकार ने नगर निगम क्षेत्र का विस्तार कर दिया। अब निगम में सवा लाख जनसंख्या और बढ़ने के साथ क्षेत्रफल लगभग दोगुना हो गया है। इस विस्तार के बाद अभी तक यहां नागरिक सुविधाओं के विस्तार का कार्य शुरू नहीं हो सका। इस वजह से इन क्षेत्रों के निवासी व प्रतिनिधि परेशान हैं। अपर नगर आयुक्त सच्चिदानंद सिंह कहते हैं कि ठेकेदारों के भुगतान का मामला धनाभाव के कारण ही लंबित है।
----------------
समस्या है विकराल
अयोध्या: विस्तारित क्षेत्र के अलावा नगर निगम क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं का भी टोटा है। मुख्य मार्ग की भीतर की गलियां, सीवर का कार्य, पेयजल का संकट है। गलियां टूट फूट गई है और उखड़ी हुई है। निगम क्षेत्र की साफ सफाई भगवान भरोसे है। छोटी देवकाली मंदिर के बगल, नयाघाट के समीप दिव्यकला मंदिर के पास सहित कई जगह कूड़े का अंबार लगा रहता है।