अविवि में लाखों का खेल, बिना वीसी की जानकारी हुआ भुगतान
डा.राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय कैंपस में वाई-
अयोध्या : डा.राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय कैंपस में वाई-फाई लगाने के नाम पर खेल सामने आया है। इसके पहले जमीन के भीतर तार बिछाने के कार्य होना था। इसमें बिना कार्य हुए और कुलपति के बिना संज्ञान के ही फर्म को लाखों रुपये का अग्रिम भुगतान कर दिया गया। ये राशि 93 लाख बताई जा रही है। जब माजरा उजागर हुआ तो कुलपति ने सख्ती बरती। ईडीपी सेल के प्रभारी रवि मालवीय सहित पांच लिपिकों को कारण बताओ नोटिस थमा कर जबाव- तलब किया। साथ ही ईडीपी कार्यालय में भ्रष्टाचार रहित कामकाज के लिए भौतिक विज्ञान के प्रो.केके वर्मा को कुलपति प्रो. रविशंकर सिंह ने प्रभारी व आइईटी के प्रो. मोहित गंगवार को सह प्रभारी बना दिया। प्रकरण के सामने आने के बाद विवि में हलचल बढ़ गई। तरह तरह की चर्चा शुरू हो गई है।
पूर्व कुलपति के कार्यकाल में ही परिसर को वाईफाई से लैस करने की योजना बनी। इसका जिम्मा ईडीपी प्रभारी को सौंपा गया। पूर्व कुलपति से कार्यदायी संस्था को अग्रिम देने के लिए अनुमति भी ले ली गई, पर इस बीच नए कुलपति प्रो. रविशंकर सिंह की तैनाती हो गई। पत्रावली उनके पास गई तो उन्होंने इसे रोक दिया। बावजूद इसके सांठगांठ कर पत्रावली कुलपति कार्यालय से वापस मंगाकर इसका भुगतान लेखा विभाग से करा दिया गया।
इसकी जानकारी लगते ही कुलपति ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए मामले को संज्ञान लिया और कार्यवाही शुरू कर दी। सूत्र बताते हैं कि यदि जिम्मेदारों का जबाव संतोषजनक नहीं आया तो बड़ी कार्रवाई हो सकती है। हालांकि अभी इस पर विवि का कोई अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है।