भूमि विवाद के बढ़ते मामलों को लेकर सुरक्षा तंत्र सतर्क

अयोध्या जमीनी विवाद के बढ़ते मामलों को निपटाने के लिए पुलिस ने नया तरीका अपनाया है। ऐसे विवादों के निस्तारण और निगरानी के लिए पुलिस ने अभियान चलाकर कार्रवाई शुरू की है। एसएसपी आशीष तिवारी की यह पहल गांवों में जमीनी विवाद को लेकर होने वाले संघर्षों पर विराम लगाने का प्रयास है। बीट सिस्टम के तहत सभी पुराने भूमि विवादों को चिह्नित किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 31 May 2020 11:45 PM (IST) Updated:Sun, 31 May 2020 11:45 PM (IST)
भूमि विवाद के बढ़ते मामलों को लेकर सुरक्षा तंत्र सतर्क
भूमि विवाद के बढ़ते मामलों को लेकर सुरक्षा तंत्र सतर्क

अयोध्या : जमीनी विवाद के बढ़ते मामलों को निपटाने के लिए पुलिस ने नया तरीका अपनाया है। ऐसे विवादों के निस्तारण और निगरानी के लिए पुलिस ने अभियान चलाकर कार्रवाई शुरू की है। एसएसपी आशीष तिवारी की यह पहल गांवों में जमीनी विवाद को लेकर होने वाले संघर्षों पर विराम लगाने का प्रयास है। बीट सिस्टम के तहत सभी पुराने भूमि विवादों को चिह्नित किया जा रहा है। एसएसपी ने पिछले वर्षों के ऐसे मामलों की समीक्षा में पाया कि अधिकांश घटनाएं भूमि विवाद एवं पुरानी रंजिश के कारण हो रही हैं। घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण के लिए गत तीन वर्षों के भूमि विवाद एंव रंजिश के प्रकरणों को चिह्नित किया गया है। एसएसपी ने निर्देश दिया है कि संबंधित विवादों का निस्तारण पुलिस व राजस्व विभाग की संयुक्त टीम मौके पर जाकर कराए, ताकि जमीनी विवादों का समयबद्ध रूप से निस्तारण हो सके। प्रधान व आम लोगों से पुलिस अपील कर रही है कि विवादित भूमि को चिह्नित कर स्थानीय पुलिस और संबंधित एसडीएम को अवगत कराया जाए। एसएसपी ने बताया कि ग्राम प्रधान अपनी ग्राम सभा में जितने भी भूमि संबंधित विवाद हैं, उनकी सूची बनाकर स्थानीय पुलिस को देंगे। पुलिस और राजस्व विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर उसका निस्तारण कराएंगे। भूमि विवाद से जुड़े 4734 मामलों में कार्रवाई की गई है। अभियान लगातार जारी है।

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