जिले में 1242 लोगों को लगाई गई कोरोना वैक्सीन

शुक्रवार को जिले के 11 केंद्रों पर कोरोना वैक्सीनेशन किया गया। हालांकि स्वास्थ्य विभाग वैक्सीनेशन का लक्ष्य हासिल नहीं कर सका। पूरे जिले में कुल 1242 स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगी जबकि लक्ष्य 22 सौ का था।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 10:43 PM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 10:43 PM (IST)
जिले में 1242 लोगों को लगाई गई कोरोना वैक्सीन
जिले में 1242 लोगों को लगाई गई कोरोना वैक्सीन

अयोध्या : शुक्रवार को जिले के 11 केंद्रों पर कोरोना वैक्सीनेशन किया गया। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग वैक्सीनेशन का लक्ष्य हासिल नहीं कर सका। पूरे जिले में कुल 1242 स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगी, जबकि लक्ष्य 22 सौ का था। सिर्फ छह केंद्रों पर ही वैक्सीन लगवाने वालों का आंकड़ा सौ से पार गया। हर केंद्र पर दो-दो सत्रों में दो-दो सौ स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया था। सिर्फ दर्शननगर स्थित मेडिकल कॉलेज ही ऐसा रहा, जहां वैक्सीनेशन लक्ष्य के बेहद करीब पहुंचा। मेडिकल कॉलेज में 192 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विजय कुमार व सीएमएस डॉ. अरविद सिंह ने स्वास्थ्य कर्मियों का हौसला बढ़ाया।

वहीं महिला चिकित्सालय का आंकड़ा सबसे कम रहा। महिला चिकित्सालय में सिर्फ 82 लोगों ने ही वैक्सीन लगवाई। श्रीराम चिकित्सालय में 86, जिला चिकित्सालय में 99, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मिल्कीपुर में 94, मया में 88 लोगों को वैक्सीन लगी। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मसौधा में 144, बीकापुर में 103, रुदौली में 117, पूरा व सोहावल में 116-166 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने सीएचसी सोहावल, रुदौली व मिल्कीपुर में कोविड-19 वैक्सीनेशन का जायजा लिया। उन्होंने वैक्सीनेशन टीमों, चिकित्सकों व अन्य अधिकारियों को सभी कर्मियों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करने का निर्देश दिया। निरीक्षण में उनके साथ मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. घनश्याम सिंह आदि थे। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. घनश्याम सिंह ने बताया कि शुक्रवार को जिन्हें वैक्सीन लगी है, उन्हें 28 दिन बाद दूसरी डोज दी जाएगी।

एक लाख कोरोना जांच पूरी होने पर मेडिकल कॉलेज में काटा गया केक

अयोध्या : राजर्षि दशरथ स्वशासीय राज्य चिकित्सा महाविद्यालय ने महज चार माह में ही एक लाख आरटीपीसीआर जांच का रिकार्ड कायम किया है। इसी उपलब्धि पर शुक्रवार को प्राचार्य प्रो. विजयकुमार के साथ लैब में लगी पूरी टीम ने परिसर में केक काट कर जश्न मनाया। सफलता का श्रेय प्राचार्य ने लैब में दिन-रात पूरी लगन से कार्य करने वाले वैज्ञानिक, चिकित्सक व लैब टेक्निीशियन को दिया है।

गंजा स्थित मेडिकल कॉलेज में शासन ने करीब पांच करोड़ रुपये खर्च कर कोरोना की आरटीपीसीआर जांच के लिए लैब का निर्माण करवाया है। गत वर्ष के अगस्त माह में लैब ने काम करना शुरू किया था। एक दिन में सौ नमूनों की जांच से शुरुआत होने के बाद डॉ. हिमांशु शुक्ल, वैज्ञानिक डॉ. समीर व डॉ. लोकेश के साथ नौ टेक्निीशियन की मेहनत से चार माह में ही 1500 जांचें एक दिन में होने लगी हैं। जांच में लगे जिम्मेदारों की मानें तो अब यहां एक दिन में दो हजार नमूनों की जांच हो सकती है। प्राचार्य प्रो. विजय कुमार ने बताया कि इतने कम समय में ही लैब की जांच करने की क्षमता को भी टीम ने बीस गुना बढ़ा दिया है। टारगेट के हिसाब से मौके पर लैब में एक दिन में 12 सौ के करीब ही जांच हो रही है।

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