सोहावल की पीएचसी व उपकेंद्रों पर टीकाकरण बंद

प्रदेश सरकार व प्रशासनिक अधिकारी वैश्विक महामारी कोरोना से निजात के लिए अधिकाधिक टीकाकरण पर जोर दे रहे हैं वहीं दूसरी ओर बड़ागांव व मुबारकगंज पीएचसी व उपकेंद्रों पर पिछले एक सप्ताह से वैक्सीन न होने के कारण टीकाकरण पूरी तरह से बंद है। लोग टीका लगवाने की आस लेकर आते है और मायूस हो कर लौट जाते है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 11:14 PM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 11:14 PM (IST)
सोहावल की पीएचसी व उपकेंद्रों पर टीकाकरण बंद
सोहावल की पीएचसी व उपकेंद्रों पर टीकाकरण बंद

सोहावल (अयोध्या) : प्रदेश सरकार व प्रशासनिक अधिकारी वैश्विक महामारी कोरोना से निजात के लिए अधिकाधिक टीकाकरण पर जोर दे रहे हैं, वहीं दूसरी ओर बड़ागांव व मुबारकगंज पीएचसी व उपकेंद्रों पर पिछले एक सप्ताह से वैक्सीन न होने के कारण टीकाकरण पूरी तरह से बंद है। लोग टीका लगवाने की आस लेकर आते है और मायूस हो कर लौट जाते है। यह हाल तब है जब बीते सोमवार से प्रदेश सरकार ने 18 वर्ष पूरा कर चुके युवाओं के टीकाकरण का रास्ता खोल दिया है। एक सप्ताह पहले बड़ागांव व मुबारकगंज पीएचसी तथा हाजीपुर बरसेंडी व करेरू उपकेंद्र पर भी कोरोना वैक्सीन लोगों को लगती रही। अब केवल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोहावल पर ही वैक्सीनेशन हो रहा है। पीएचसी व उपकेंद्रों पर वैक्सीनेशन बंद होने से सीएचसी पर भीड़ बढ़ गई है। यहीं कारण है कि यहां शारीरिक दूरी का पालन भी नहीं हो पा रहा है। यहां पर पहले से होने वाले रुटीन टीकाकरण के अलावा अब 18 वर्ष से ऊपर के युवाओं की भी भीड़ लग रही है। सोहावल सीएचसी अधीक्षक डॉ. अवधेश सिंह ने बताया की जिले से ही वैक्सीन की डोज कम मिल पा रही है। इस कारण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर टीकाकरण बंद हो गया है। जैसे ही पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन उपलब्ध होगी, निर्धारित स्थानों पर फिर से टीकाकरण शुरू हो जाएगा।

बुधवार को सुबह साढ़े दस बजे ही पीएचसी बड़ागांव पहुंचे लोगों ने बताया कि कोई डॉक्टर नहीं मौजूद था और न ही कर्मचारी। वैक्सीनेशन कक्ष बंद था। मौके पर मौजूद नर्स लीलावती ने बताया यहां पर तैनात डॉ. आलोक विश्वकर्मा जब से ओपीडी बंद हुई है, अस्पताल नहीं आते हैं। जब डॉक्टर ही नहीं आएंगे तो अन्य स्वास्थ्य कर्मी आकर क्या करेंगे। भाजपा नेता डीएल गोस्वामी ने जिला प्रशासन से इस मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित चिकित्सक के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।

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