दीपोत्सव से पहले रामनगरी में हाईवे को सज्जित करने की तैयारी
दीपोत्सव पर प्रधानमंत्री के आगमन की संभावना का योजनाओं की प्रगति पर दिखने लगा असर. हाईवे के सुंदरीकरण को लेकर एनएचएआई ने भी तेज किए कार्य.
रविप्रकाश श्रीवास्तव, अयोध्या
दीपोत्सव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अयोध्या आगमन अभी भले सुनिश्चित न हो, लेकिन इसका असर विकास योजनाओं पर दिखने लगा है। रामनगरी के समग्र विकास को लेकर, जहां शासन स्तर से मॉनीटरिग की जा रही है, वहीं हाईवे के सुंदरीकरण का कार्य भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। सआदतगंज से अयोध्या तक 12 किलोमीटर लंबे एनएच-27 के हिस्से पर फ्लाईओवर की दीवारों पर रामायण के प्रसंग उकेरने का कार्य 50 फीसदी से अधिक पूरा कर लिया गया है। शेष के लिए अनुमति एनएचएआई को देनी है। डिवाइडर पर एक हजार बड़े पौधे लगाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। चार अंडरपास सआदतगंज, नाका, देवकाली और रायबरेली रोड के सुंदरीकरण का कार्य भी तेजी से चल रहा है। हाईवे पर 14 फव्वारे लगवाए जाने हैं। हाईवे के अंडरपास पर फव्वारे के साथ म्यूजिक सिस्टम लगाए जाने हैं। फव्वारे के लिए संसाधनों की खरीद हो चुकी है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से इस प्रोजेक्ट की देखरेख कर रहे परियोजना प्रबंधक एनएन गिरि ने गुरुवार को रामनगरी का दौरा भी किया। दो दिनों से लगातार हो रही बरसात से कार्य प्रभावित हुआ है, लेकिन श्रमिकों का परिश्रम जारी है। गिरि ने बताया कि हाईवे के सुंदरीकरण का कार्य प्राथमिकता पर कराया जा रहा है। समयबद्ध रूप से कार्य पूरा कराने पर जोर दिया जा रहा है, जो समस्याएं सामने आ रही हैं, उन्हें दूर कराया जा रहा है।
रेलिग लगने के बाद कार्य में आएगी दोगुनी तेजी
-हाईवे के सुंदरीकरण के लिए हो रहे पौधारोपण की सुरक्षा के लिए रेलिग लगाया जाना आवश्यक है। हाईवे पर रेलिग लगने के बाद फव्वारा, म्यूजिक सिस्टम तथा रोपे गये पौधों का विकास सुनिश्चित हो सकेगा। अभी रेलिग न होने से पौधों को नुकसान हो रहा है।
रेलिग का कार्य सितंबर में शुरू हो जाता है तो पूरा न सही, लेकिन दीपोत्सव तक हाईवे का बड़ा हिस्सा पर्यटकों के स्वागत के लिए तैयार हो जाएगा। रेलिग और फैंसी लाइटिग के लिए ठेका हो चुका है। दस दिनों में यह कार्य भी शुरू होने का दावा परियोजना प्रबंधक ने किया है।