Ayodhya Ram Mandir Bhumi Pujan : सीएम योगी ने कहा- अवधपुरी को वैभवशाली नगरी बनाने के लिए प्रतिबद्ध
Ayodhya Ram Mandir Bhumi Pujan सीएम योगी ने कहा कि ब्रह्मांड नायक श्रीराम के मंदिर के लिए अनेक पूज्य संतों वीरों वीरांगनाओं ने बलिदान दिया। उनके आदर्शों की रक्षा हो रही है।
अयोध्या, जेएनएन। रामनगरी में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन समारोह में पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सप्तपुरियों में शामिल अवधपुरी को समृद्धशाली एवं वैभवशाली नगरी बनाने की वचनबद्धता दोहराई। इस अवसर को मंगल उत्साह का दिन बताते हुए सीएम ने कहा कि यह केवल मंदिर निर्माण का ही नहीं बल्कि भारत को दुनिया के सामने प्रस्तुत करने का अवसर है। सीएम योगी ने कहा कि ब्रह्मांड नायक श्रीराम के मंदिर के लिए अनेक पूज्य संतों, वीरों, वीरांगनाओं ने बलिदान दिया। उनके आदर्शों की रक्षा हो रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या की विकास योजनाओं का जिक्र करते हुए रामायण सर्किट के तहत विकास कार्यों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि स्वदेश दर्शन के तहत सरयू नदी के घाटों का निर्माण कराया जा रहा है। रामकथा की शृंखला चल रही है। सीएम योगी ने कहा कि तीन वर्ष पहले दीपोत्सव कार्यक्रम के अवसर पर राममंदिर निर्माण का जो सपना देखा था, वह अब भव्य एवं दिव्य मंदिर के रूप में सिद्ध हो रहा है। मर्यादा के प्रतिमान, पुरुषोत्तम, श्रीअवधपुरी के प्राणप्रिय राजा श्रीराम के दिव्य मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने हेतु आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के प्रति आभार।
भाव-विभोर करने वाले इस ऐतिहासिक अवसर पर प्रत्येक देशवासी का मन आह्लादित है, हर्षित और मुदित है। pic.twitter.com/zpt9ywssVD
श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए पांच सौ वर्षाें तक चले संघर्ष की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में न्यायपालिका एवं कार्यपालिका की ताकत से लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण ढंग से समस्या का समाधान हो गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्रह्मांड नायक श्रीराम के मंदिर के लिए अनेक पूज्य संतों, वीरों, वीरांगनाओं ने बलिदान दिया। उनके आदर्शों की रक्षा हो रही है। उन्होंने कहा कि छह साल पहले प्रधानमंत्री ने जाति, क्षेत्र एवं भाषा के नाम पर भेदभाव रहित सबका साथ, सबका विकास का संकल्प लिया था, जिसे निरंतर आगे बढ़ाया जा रहा है।
श्रीराम जन्मभूमि की मुक्ति के लिए बड़ा और कड़ा संघर्ष हुआ है। पांच सौ वर्षों तक साधना हुई है।
इस प्रकरण की सुखद परिणति ने पूरे विश्व को यह बताया है कि लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास करते हुए संविधान सम्मत विधि से भी समस्याओं का सर्वमान्य शांतिपूर्ण समाधान किया जा सकता है। pic.twitter.com/Wm0JBeV0Mj— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 5, 2020
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वैश्विक महामारी का हवाला देते हुए कहा कि सीमित संख्या में अतिथियों को आमंत्रण दिया जा सका है। आंदोलन से जुड़े संतों को आने वाले समय में कार्यक्रमों के माध्यम से आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने प्रधानमंत्री के अलावा विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत का भी स्वागत किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रीराम का जयघोष किया।