गुड़ उत्पादन में मुजफ्फरनगर की राह पर अयोध्या

लगभग तीन सौ क्रेशर गुड़ उत्पादन में जुटे. अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन कंपनी अमेजन से खरीद का करार पाइप लाइन में.

By JagranEdited By: Publish:Sat, 30 Jan 2021 12:07 AM (IST) Updated:Sat, 30 Jan 2021 12:09 AM (IST)
गुड़ उत्पादन में मुजफ्फरनगर की राह पर अयोध्या
गुड़ उत्पादन में मुजफ्फरनगर की राह पर अयोध्या

अयोध्या: गुड़ उत्पादन में मुजफ्फरनगर व लखीमपुर की राह पर अयोध्या भी चल पड़ा है। वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) में यह राह देखने को मिल रही है। गत वर्ष के मुकाबले उत्पादन में लगभग 30 फीसद उछाल आने की संभावना है। पिछले पेराई सत्र में एक लाख क्विटल गुड़ का उत्पादन जिले के खाते में दर्ज है। उप्र दिवस में ओडीओपी के तहत उत्पादित गुड़ की खुशबू का ही कमाल है कि प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन कंपनी अमेजन से गुड़ खरीदे जाने का करार पाइप लाइन में है। ओडीओपी से जुड़े उद्यमी अविनाशचंद्र दुबे इसे बड़ी उपलब्धि बताते हैं। उनका कहना है कि वह दिन दूर नहीं होगा, जब जिला गुड़ उत्पादन में मुजफ्फरनगर व लखीमपुर के बराबर खड़ा होगा। यह दोनों जिले भी ओडीओपी में गुड़ उत्पाद के लिए चयनित हैं। मुजफ्फरनगर प्रदेश की सबसे बड़ी गुड़ मंडी है। जिले का मयाबाजार व पूराबाजार ब्लॉक गुड़ उत्पाद के हब की शक्ल ले चुका है। सर्वाधिक क्रेशर यूनिट इन्ही दोनों ब्लॉक में हैं। उनके अनुसार सभी क्रेशरों के संचालित होने पर लगभग 10 हजार लोगों को यह रोजगार देने वाला सेक्टर बन चुका है।

उपायुक्त उद्योग आशुतोष सिंह के अनुसार लगभग 300 क्रेशर गुड़ उत्पादन में लगे हैं। दो सौ पहले से व लगभग सौ ओडीओपी के तहत वित्त पोषित हैं। बैंक से क्रेशर यूनिटों को लगभग एक अरब रुपये की वित्तीय सहायता ऋण के रूप में उपलब्ध करायी गयी है। आचार्य नरेंद्रदेव कृषि विवि कुमारगंज में आयोजित कृषि मेला में ओडीओपी के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उद्यमियों को बैंकों से स्वीकृत ऋण का डेमो चेक सौंप चुके हैं। उद्यमी शिवमूरत पांडेय के अनुसार गुड़ बिक्री के लिए बाजार व मंडी की जरूरत नहीं है। क्रेशर से ही बिक्री हो जाती है। वैसे बिहार व पश्चिम बंगाल तक के व्यवसायी गुड़ खरीदने के लिए आते हैं। जिले में दो चीनी मिलें हैं। बीते पेराई सत्र में करीब दो करोड़ क्विटल गन्ना खरीद इन मिलों ने की थी। जिले में लगभग 47 हजार हेक्टेयर गन्ना रकबा है। औसत उत्पादन 765 क्विटल प्रति हेक्टेयर है। इस वर्ष लगभग ढाई करोड़ क्विटल गन्ना उत्पादन का अनुमान है।

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