अयोध्या को मिले वैश्विक धरोहर का दर्जा : महापौर

रामनगरी के विकास को लेकर विकास प्राधिकरण सभागार में सचिव आरपी सिंह एवं ली एसोसिएट्स के सदस्यों के साथ महापौर रिषिकेश उपाध्याय व विश्व हिदू परिषद के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज ने बैठक की।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 03 Apr 2021 11:09 PM (IST) Updated:Sat, 03 Apr 2021 11:09 PM (IST)
अयोध्या को मिले वैश्विक धरोहर का दर्जा : महापौर
अयोध्या को मिले वैश्विक धरोहर का दर्जा : महापौर

अयोध्या : रामनगरी के विकास को लेकर विकास प्राधिकरण सभागार में सचिव आरपी सिंह एवं ली एसोसिएट्स के सदस्यों के साथ महापौर रिषिकेश उपाध्याय व विश्व हिदू परिषद के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज ने बैठक की। सचिव आरपी सिंह ने अतिथियों के समक्ष ग्लोबल कंसल्टेंट की ओर से विगत डेढ़ माह में किए गए कार्यों का प्रस्तुतिकरण कराया। बैठक को संबोधित करते हुए महापौर ने कहा कि अयोध्या को वैश्विक धरोहर के रूप में मान्यता दिलाने के लिए मानकों को चिह्नित करने की जरूरत है। इसके अलावा ब्रह्मकुंड से लेकर गुप्तारघाट तक श्रीराम पार्क के नाम से विश्व का सबसे बड़ा हरित पार्क विकसित किया जाए जिसमें औषधीय वृक्षों के साथ रामायणकालीन वनस्पतियां रोपित की जाएं। उन्होंने कहा कि सड़कों का चौड़ीकरण कर उनके दोनों तरफ 10-10 फिट स्थान को वाणिज्यिक गतिविधियों के लिए चिह्नित किया जाए ताकि दुकानदारों को स्थापित किया जा सके।

विहिप नेता राजेंद्र सिंह पंकज ने रामनगरी को भव्य एवं दिव्य पर्यटन नगरी के रूप में विकसित करने के साथ-साथ यहां विश्वस्तरीय सुविधाएं मुहैया कराने का सुझाव दिया। उन्होंने रामनगरी के वाहन चालकों को प्रशिक्षित कर उन्हें ड्रेस में रहने के लिए कहा। पंकज ने कहा कि अयोध्या के समस्त धार्मिक, सांस्कृतिक तथा ऐतिहासिक स्थानों एवं उनके महत्व को प्रदर्शित करते हुए पर्यटन स्थल बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने वैदिक सिटी निर्माण में वेद को विज्ञान, चिकित्सा व वाणिज्य से जोड़ते हुए एक वैदिक अनुसंधान केंद्र की स्थापना करने का सुझाव दिया। कहा कि सरयू नदी के बीच में एक टापू का निर्माण कर दोनों किनारों को पुल से जोड़ते हुए इसे हरि की पैड़ी की तर्ज पर विकसित करने की आवश्यकता है। सचिव आरपी सिंह ने सभी सुझावों को विजन डाक्यूमेंट में शामिल करने का विश्वास दिलाते हुए अतिथियों के प्रति आभार प्रकट किया।

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