अविवि: अब सीधे महाविद्यालय के शिक्षक चुन सकेंगे अपना नेता, होगा मतदान

अवध विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक संघ चुनाव की प्रक्रिया में बदलाव 18 अप्रैल को चुनाव प्रस्तावित. पांच सौ शिक्षक चुनाव में करेंगे सीधे प्रतिभाग.

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Mar 2021 09:52 PM (IST) Updated:Mon, 22 Mar 2021 09:52 PM (IST)
अविवि: अब सीधे महाविद्यालय के शिक्षक चुन सकेंगे अपना नेता, होगा मतदान
अविवि: अब सीधे महाविद्यालय के शिक्षक चुन सकेंगे अपना नेता, होगा मतदान

प्रवीण तिवारी, अयोध्या : डॉ.राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय- महाविद्यालय शिक्षक संघ के पदाधिकारियों का निर्वाचन इस बार सीधे शिक्षक करेंगे। यह व्यवस्था शिक्षक संघ की स्थापना के बाद पहली बार लागू हुई है। इसमें अनुदानित महाविद्यालयों के पांच सौ शिक्षक मताधिकार का प्रयोग करते हुए पदाधिकारियों का निर्वाचन करेंगे। अब तक शिक्षक डेलीगेट पदाधिकारियों का चुनाव करते थे। यह ऐतिहासिक फैसला संघ के अध्यक्ष व केएनआई सुलतानुपर के शिक्षक डॉ. विजय प्रताप सिंह की अगुवाई वाली निर्वाचित पदाधिकारियों की समिति ने लिया। इस मौके पर संघ के महामंत्री डॉ. हेमंत मौजूद रहे। निर्वाचन 18 अप्रैल को प्रस्तावित है। चुनाव में विश्वविद्यालय- महाविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष, महामंत्री के अतिरिक्त संगठन के दो उपाध्यक्ष, दो संयुक्त मंत्री, एक कोषाध्यक्ष का निर्वाचन होगा।

अभी मतदान स्थल तय नहीं हो सका, पर साकेत महाविद्यालय अयोध्या में मतदान होने की संभावना है। इसमें अयोध्या, गोंडा, बाराबंकी, सुल्तानपुर, अमेठी, अंबेडकरनगर के 30 अनुदानित महाविद्यालयों के पांच सौ शिक्षक हिस्सा लेंगे। शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ.विजय प्रताप सिंह ने बताया कि इस बार पहली बार सीधे चुनाव होने जा रहा है। संघ की चुनाव यात्रा प्रतापगढ़ जिले के एमडीपीजी कॉलेज से शुरू हुई थी। 1978 में हुए इस चुनाव में एमडीपीजी डिग्री कॉलेज के डॉ. शिवशंकर मिश्रा अध्यक्ष व साकेत महाविद्यालय अयोध्या के डॉ.एचबी सिंह महामंत्री निर्वाचित हुए थे। बताया कि अब संगठन का पंजीकरण हो गया है। संगठन ने ऐसी व्यवस्था विकसित की, जिसकी सहायता से सर्विस काल में शिक्षकों की घातक बीमारी पर एक लाख तथा मृत्यु पर पांच लाख रुपए मिलते हैं। इसी तरह स्ववित्तपोषित शिक्षकों के लिए भी सहायता देने की व्यवस्था हुई।

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