ब्लॉक प्रमुख चुनाव प्रचार करने पहुंचे प्रत्याशी समर्थकों पर फायरिग
महराजगंज थाना क्षेत्र में बाहुबलियों के बीच वारदात से बढ़ी हलचल. एक पक्ष से 12 लोगों का शांतिभंग में चालान दूसरे पक्ष पर कार्रवाई नहीं.
अयोध्या : ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर प्रचार करने पहुंचे प्रत्याशी समर्थकों को घेर कर उन पर फायरिग की गई। वारदात महराजगंज थाना क्षेत्र के देवगढ़ गांव में शुक्रवार रात हुआ। छात्रनेता शिवेंद्र सिंह की मां ऊषा सिंह बीडीसी हैं। वह पूराबाजार ब्लॉक
प्रमुख पद की दावेदार हैं। आरोपी विनोद सिंह की पत्नी भी बीडीसी हैं। विनोद भी अपनी पत्नी ज्योति सिंह को ब्लॉक प्रमुख पद का दावेदार बनाकर प्रचार कर रहे हैं। राजेपुर के रहने वाले शिवेंद्र सिंह शुक्रवार की रात चुनाव प्रचार के सिलसिले में अपने साथियों के साथ चार पहिया वाहन से देवगढ़ जा रहे थे। शिवेंद्र का कहना है कि देवगढ़ निवासी मिटू सिंह के घर के निकट विकास सिंह और विनोद सिंह ने अपने साथियों के साथ हमला कर दिया। विपक्षियों ने अपने साथियों के साथ मिलकर घेर लिया और गोलीबारी शुरू कर दी। शिवेंद्र सिंह के चार पहिया वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। किसी तरह मिटू सिंह के घर में शरण में लेकर शिवेंद्र और उनके साथियों ने अपनी जान बचाई। शिवेंद्र ने रात में ही इस एसएसपी शैलेश पांडेय को दूरभाष के जरिये हमले की सूचना दी। सूचना पाकर पहुंची पुलिस शिवेंद्र को थाने लेकर आई। शिवेंद्र का आरोप है कि कुछ प्रभावशाली लोगों के दबाव में पुलिस उनका उत्पीड़न कर रही है। रात से ही उन्हें थाने में बैठाकर रखा गया है। मिलने के लिए आ रहे लोगों को भी पुलिस जबरदस्ती हिरासत में ले लिया गया। शिवेंद्र सिंह के बड़े भाई व गन्ना समिति के चैयरमैन दीपेंद्र सिंह की ओर से पुलिस को तहरीर दी गई, जिस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। दूसरे पक्ष की ओर से देवगढ़ निवासी अजीत सिंह ने आरोप लगाया गया है कि शिवेंद्र सिंह अपने सहयोगियों के साथ उनके घर हमला करने की नीयत से आए थे। पुलिस ने शिवेंद्र सिंह सहित 12 लोगों का शांतिभंग में चालान किया है, जबकि दूसरे पक्ष पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। सीओ सदर अरविद चतुर्वेदी ने बताया कि एक पक्ष से दीपेंद्र तथा दूसरे पक्ष से अजीत सिंह ने तहरीर दी है। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर हमला करने का आरोप लगाया है। शिकायत की जांच की जा रही है।