नहीं मिली एंबुलेंस तो बाइक और ई- रिक्शा से पहुंचे अस्पताल

एंबुलेंस चालकों की हड़ताल से इमरजेंसी स्वास्थ्य सेवाओं

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 10:45 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 10:45 PM (IST)
नहीं मिली एंबुलेंस तो बाइक और ई- रिक्शा से पहुंचे अस्पताल
नहीं मिली एंबुलेंस तो बाइक और ई- रिक्शा से पहुंचे अस्पताल

अयोध्या : एंबुलेंस चालकों की हड़ताल से इमरजेंसी स्वास्थ्य सेवाओं पर गहरा प्रभाव पड़ा है। आकस्मिक स्थित में मरीजों को एंबुलेंस नहीं मिल पा रही है। मंगलवार को जिला अस्पताल में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। कोई घायल को लेकर बाइक से पहुंचा तो कोई ई-रिक्शा से। किसी ने पड़ोसी की कार का सहारा लिया तो कोई रिक्शे से अस्पताल आया। हैरान परेशान तीमारदार एंबुलेंस की हड़ताल को लेकर गुस्से में दिखे।

रायबरेली रोड पर बड़ी नहर के पास एक मकान का निर्माण कार्य जारी था। वहीं काम कर रहे हरिग्टनगंज निवासी कृष्णकुमार पांडेय छज्जे से गिर गये। उसके पैर की हड्डी टूट गई। बताया कि एंबुलेंस को कई बार फोन किया। एक बार फोन उठा तो उधर से कहा गया कि हड़ताल पर हैं। जब कोई उम्मीद नहीं दिखी तो मकान मालिक ने बाइक पर बिठा कर जिला अस्पताल पहुंचाया। कुछ ऐसी ही स्थिति का सामना कंधारी बाजार निवासी महिला राजकुमारी को करना पड़ा। उनके पेट में भीषण दर्द हो रहा था। बिस्तर से उठ पाने की स्थिति में नहीं थीं। एंबुलेंस का सहारा नहीं मिला तो ई रिक्शा से जिला अस्पताल पहुंचीं। इमरजेंसी में नहीं मिल पा रही है एंबुलेंस, जैसे-तैसे अस्पताल पहुंच रहे मरीज।

यह तो महज बानगी भर है। जिले की सीएचसी, पीएचसी पर पहुंचने के लिए भी मरीजों को एंबुलेंस नहीं मिली। हैदरगंज, मिल्कीपुर, रुदौली, बीकापुर, सोहावल, मवई आदि सीएचसी व पीएचसी तक पहुंचने के लिए मरीजों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सबसे ज्यादा दिक्कत का सामना दुर्घटना में घायलों और प्रसूताओं को करना पड़ा।

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