ठेका प्रथा बंद करने की मांग पर अड़े एंबुलेंस चालक
कर्मचारियों के समायोजन व अन्य मांगों को लेकर पांचवें
अयोध्या : कर्मचारियों के समायोजन व अन्य मांगों को लेकर पांचवें दिन भी 108 और 102 एंबुलेंस चालकों की हड़ताल जारी है। जिले में कुल 63 एंबुलेंस हैं, जिसमें महज चार संचालित हैं। जीवनदायिनी एंबुलेंस कर्मचारी संघ ने मंगलवार को भी दर्शननगर स्थित सूर्यकुंड परिसर में धरना दिया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। चालकों ने मांगें न माने जाने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहने की घोषणा की है।
एंबुलेंस कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष जितेंद्र पांडेय मंगलवार को कुछ साथियों के साथ लखनऊ रवाना हो गए। महामंत्री पवन कुमार नंद ने मांगों को दोहराते हुए कहा कि जब तक एंबुलेंस कर्मचारियों को नेशनल हेल्थ मिशन के अधीन नहीं किया जाता है, तब तक मिनिमम वेज तथा चार घंटे का ओवरटाइम दिया जाए और प्रतिवर्ष महंगाई भत्ता दिया जाए। पांचवें दिन भी जारी रही हड़ताल, समायोजन होने तक संघर्ष जारी रखने का ऐलान। कोरोना काल में दिवंगत हुए साथियों के परिवार को सरकार की तरफ से 50 लाख बीमा राशि एवं सहायता राशि दी जाए। कंपनी बदलने पर वेतन में किसी भी प्रकार की कटौती न की जाए और एंबुलेंस कर्मचारियों को ठेकेदारी प्रथा से मुक्ति दी जाए। महामंत्री ने कहा कि एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस पर कार्यरत कर्मचारियों को कंपनी बदलने पर न बदला जाए। पांचवें दिन भी जारी रही हड़ताल, समायोजन होने तक संघर्ष जारी रखने का ऐलान। प्रदर्शन में देवेंद्र मिश्र, अखिलेश कुमार, प्रवेश पांडेय, अनिल पांडेय, फतेह बहादुर सिंह, अमित वर्मा, राकेश सिंह, ईश्वर चंद, गणेश कुमार, शिवकुमार यादव, अमित गुप्त, राकेश चौधरी, विनोद यादव, अमर वर्मा आदि एंबुलेंस चालक शामिल रहे।