दीवान ले रहा पेंशन, मालखाने से कैसे मिले रिवाल्वर

पूराकलंदर पुलिस का हाल बिना मालखाना का प्रभार सौंपे दीवान सेवानिवृत्त

By JagranEdited By: Publish:Tue, 08 Sep 2020 10:59 PM (IST) Updated:Tue, 08 Sep 2020 10:59 PM (IST)
दीवान ले रहा पेंशन, मालखाने से कैसे मिले रिवाल्वर
दीवान ले रहा पेंशन, मालखाने से कैसे मिले रिवाल्वर

अयोध्या : पूराकलंदर पुलिस का अजीब हाल है। जिन शस्त्रधारकों से लोकसभा चुनाव के समय पुलिस ने उनका शस्त्र जमा कराया था, करीब डेढ़ वर्ष होने को है, उसे वापस नहीं किया। शस्त्र धारक थाना की दौड़ लगाते-लगाते थक गए। दौड़ का कोई नतीजा नहीं हासिल नहीं हुआ। बस, सेवानिवृत्त दीवान को बुलाने का आश्वासन देकर वापस कर दिया जाता है। ऐसे में सवाल उठता है कि अदालत में विचाराधीन मुकदमों की केस प्रापर्टी जो मालखाना में जमा है, उसे पुलिस अदालत में कैसे पेश करती होगी। स्वाभाविक है कि ऐसे मामलों की सुनवाई अदालत में अटकी होगी। दीवान के सेवानिवृत्त होने के कई महीने बाद भी मालखाना का प्रभार हस्तांतरित न होने से उसमें ताला बंदी रहना बड़ा सवाल है।

थानाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह का कहना है कि दो दिन पहले प्रभार संभाला है। मालखाना में तालाबंद होने की जानकारी मिली है। देखते हैं कि ताला खुलेगा कैसे। मिश्रौली निवासी राहुल सिंह के अनुसार लोकसभा चुनाव के समय16 मार्च 2019 को पूराकलंदर थाना में रिवाल्वर जमा कराया गया। उसे लेने के लिए न जाने कितनी बार थाना गए, वापस नहीं मिला। सेवानिवृत्त दीवान के प्रभार न देने से थाना क्षेत्र के सभी शस्त्रधारकों की शस्त्र वापसी अटकी है।

दीवान की सेवानिवृत्ति की कहानी भी कम दिलचस्प नहीं है। करीब आठ महीने पहले उसे अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी गई। सेवानिवृत्ति के चंद रोज पहले उसका तबादला महराजगंज थाना कर दिया गया। वहीं से सेवानिवृत्त होकर वह अपने घर गोरखपुर चला गया, तब से वापस नहीं लौटा। ऐसे में मालखाना का प्रभार अटका होने से ताला बंद है। मौजूदा दीवान रामकरन प्रसाद मालखाना का प्रभार मिलने का इंतजार कर रहे हैं। पूराकलंदर पुलिस के अनुसार मालखाना का प्रभार हस्तानांतरित करने के लिए तीन-चार पत्र एसएसपी की तरफ से उसे भेजे जा चुके हैं, वह प्रभार देने नहीं लौटा। पत्राचार के बाद मालखाना का प्रभार न देने के लिए न आने पर पेंशन रोकने के लिए भी पत्र एसएसपी के माध्यम से भेजा गया है।

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