सपा नेता की हत्या के विरोध में प्रदर्शन, मया में मार्ग जाम
सपा नेता की हत्या को लेकर विरोध प्रदर्शन मया में मार्ग जामसपा नेता की हत्या को लेकर विरोध प्रदर्शन मया में
अयोध्या : सपा नेता अखिलेश यादव उर्फ टिक्कू की हत्या को लेकर विरोध प्रदर्शन मंगलवार को भी जारी रहा। महराजगंज थाना क्षेत्र में सपा के लोहियावाहिनी के गोसाईंगंज विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष अखिलेश यादव का शव पोस्टमार्टम हाउस से आने के पूर्व मयाबाजार के छतरा मोड़ पर ग्रामीणों ने अयोध्या-आजमगढ़ मार्ग जाम कर दिया। एडीएम वित्त एवं राजस्व गोरेलाल शुक्ल, एसपी ग्रामीण एसके सिंह, एसडीएम अर्पित गुप्ता, सीओ सदर वीरेंद्र विक्रम, सीओ सिटी अरविद चौरसिया सहित आला अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझाकर मार्ग जाम समाप्त कराया। प्रदर्शन की आशंका में सुबह से इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। मृतक के मामा रामसागर यादव निवासी छतरा की तहरीर पर कनकपुर गांव निवासी आदित्य सिंह व अभिषेक सिंह निवासी सेमरिया सहित दो अज्ञात के खिलाफ हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है।
अपराह्न सपा नेता का शव जैसे छतरा गांव पहुंचा, वैसे ही लोग सड़क पर उतर आए। शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन करने लगे। अधिकारियों के काफी मान-मनौवल के बाद शव लेकर लोग आगे बढ़े थे कि मया तिराहे पर एकबार फिर लोगों का आक्रोश फूट पड़ा और शव रखकर प्रदर्शन शुरू हो गया। प्रदर्शनकारी अभियुक्तों की तत्काल गिरफ्तारी, मृत सपा नेता के छोटे भाई अमन को सरकारी नौकरी, सहयोगी भानु यादव निवासी समंथा व अर्जुन यादव निवासी छतरा को सुरक्षा मुहैया कराने व मृतक के परिवारजनों को एक करोड़ की आर्थिक सहायता देने की मांग उठाई। एसपी ग्रामीण एसके सिंह ने सुरक्षा मुहैया कराने व हत्यारोपियों की 72 घंटे के अंदर गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। एडीएम ने मांगपत्र को संस्तुति कर मुख्यमंत्री के पास अग्रसारित करने का आश्वासन दिया। इसके बाद लोगों ने मार्ग जाम समाप्त किया।
तत्पश्चात दिलासीगंज घाट पर सपा नेता अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर पूर्व मंत्री तेजनारायण पांडेय उर्फ पवन, आनंदसेन यादव, पूर्व विधायक अभय सिंह, अनिमेष प्रताप सिंह राहुल, पारसनाथ यादव, राघवेंद्र सिंह अनूप, बसपा के पूर्व सांसद राकेश पांडेय, बसपा के मुख्य जॉन इंचार्ज दिलीप कुमार विमल, छात्रसंघ अध्यक्ष आभास कृष्ण यादव सहित बड़ी संख्या में नेता व समर्थक मौजूद रहे।
........ अखिलेश व आदित्य के बीच बस संचालन को लेकर रंजिश चल रही थी। दोनों पक्षों के बीच मारपीट भी हुई थी। अभिषेक सिंह ने महराजगंज थाने में मृतक अखिलेश, भानु यादव सहित 20 लोगों के खिलाफ बलवा का मुकदमा दर्ज कराया था। बाद में दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया था। सोमवार को दोनों पक्षों में कहासुनी होने के बाद आरोपियों ने अखिलेश को गोली मार दी।
-एसके सिंह, एसपी ग्रामीण