रामनगरी को एयर सर्किट से जुड़ने के लिए अभी करना होगा इंतजार
वायुयान उड़ने के लिए पहले रनवे व एटीसी टॉवर जरूरी.निर्माण कार्य के लिए टेंडर तो हुआ प्रक्रिया पूर्ण होने का इंतजार.
आनंदमोहन, अयोध्या
विधानसभा चुनाव से पहले रामनगरी के एयर सर्किट से जुड़ने की उम्मीदें फिलहाल आसानी से परवान चढ़ती नहीं दिखतीं। इसके लिए कम से कम अभी एक वर्ष इंतजार करना होगा। वायुयान उड़ने व उतरने के लिए रनवे, बिल्डिग व एयर ट्रैफिक टॉवर आदि का अभी निर्माण शुरू नहीं हो सका है। सितंबर से पहले इसके शुरू होने के आसार भी नहीं दिखते। कम से कम एक वर्ष से सवा वर्ष इसके निर्माण में लगने की जानकारी एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से दी गयी है। रनवे, बिल्डिग व एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) टॉवर आदि निर्माण के लिए टेंडर जारी हो चुका है। कार्य शुरू करने के लिए टेंडर प्रक्रिया को अंतिम रूप देने में अभी एक माह और लगेगा। एटीआर-72 वायुयान उड़ाने के लिए 22 सौ मीटर लंबे रनवे की जरूरत होगी। राजकीय हवाई पट्टी का रनवे 15 सौ मीटर लंबा है। 22 सौ मीटर लंबा करने के लिए 700 मीटर का रनवे का निर्माण होना है। पुराना 15 सौ मीटर रनवे भी क्षतिग्रस्त बताया जाता है। एटीआर-72 उड़ाने से पहले पुराने रनवे की भी मरम्मत करानी होगा। एयरपोर्ट अथॉरिटी के रीजनल कनेक्टिविटी से जुड़े अधिकारी डीके कामरा के अनुसार निर्माण तय समय में पूरा करने का प्रयास है। श्रीराम एयरपोर्ट के नाम से राजकीय हवाई पट्टी का नामकरण हो चुका है। नामकरण के बाद निदेशक पद पर लालजी की अभी तक सिर्फ तैनाती हुई है। तैनाती होने के बाद वह संसाधन विहीन हैं। एयरपोर्ट अथॉरिटी की अपेक्षा जिला प्रशासन की तरफ से जमीन खरीदने में तेजी है। एयरपोर्ट विकसित करने के लिए उसकी जरूरत की दो तिहाई से अधिक जमीन जिला प्रशासन खरीद चुका है। अयोध्या-प्रयागराज हाईवे से एयरपोर्ट के लिए इंट्री व निकास मार्ग जिला प्रशासन पहले ही तय कर चुका है।