महेंद्र पर लटकी तलवार, कई की बढ़ेंगी मुश्किलें

हरिग्टनगंज ब्लाक में तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 10:46 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 10:46 PM (IST)
महेंद्र पर लटकी तलवार, कई की बढ़ेंगी मुश्किलें
महेंद्र पर लटकी तलवार, कई की बढ़ेंगी मुश्किलें

अयोध्या : हरिग्टनगंज ब्लाक में तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी (पंचायत सचिव) महेंद्र वर्मा पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। आरोप तारुन ब्लाक में स्थानांतरण आदेश के बाद चार ग्राम पंचायतों से 15 लाख 86 हजार रुपये निकालने का है। इसे अनियमित आहरण मानते हुए जिला पंचायतराज अधिकारी शीतलाप्रसाद सिंह ने 29 जुलाई को सुबह 10 बजे संबंधित ग्राम पंचायतों के अभिलेखों के साथ उन्हें तलब किया है। पंचायत सचिव ने जिन ग्राम पंचायतों से धनराशि आहरित की है, उनमें आदिलपुर से दो लाख 29 हजार, नियमतपुर से तीन लाख 59 हजार, सागर पट्टी से चार लाख 30 हजार व पाराताजपुर से पांच लाख 68 हजार रुपये निकाले हैं।

तबादले के बाद ग्राम पंचायतों से रुपये निकालने का मामला उछलने के बाद कई ग्राम पंचायत सचिवों की भी मुश्किलें बढ़ेंगी। मवई से अमानीगंज स्थानांतरित पंचायत सचिव करुणाशंकर पर तबादला आदेश होने के बाद ग्राम पंचायत माजनपुर से लगभग एक लाख 29 हजार रुपये निकालने का आरोप है। 17 जुलाई को ग्राम प्रधान रामबरन चौहान बीडीओ से लिखित शिकायत कर चुके हैं। बात अकेले करुणाशंकर की ही नहीं है। पंचायत सचिव से एडीओ पद पर प्रोन्नत कई पंचायत सचिवों पर भी उसी ब्लाक में तैनाती कराने के बाद ग्राम पंचायत से रुपये निकालने का आरोप है। आरोप तो उन पंचायत सचिवों पर भी लगा जिनकी ग्राम पंचायत नगर पंचायत कुमारगंज व सुचित्तागंज में शामिल हो गईं। अधिसूचना जारी होने के बाद कई लाख रुपये ग्राम पंचायत के एकाउंट से निकाले गए हैं। पहले तो पंचायतीराज विभाग पुराने कार्य का भुगतान बता बचाव करता रहा।

हरिग्टनगंज के पंचायत सचिव महेंद्र वर्मा को ऐसे आरोप में कारण बताओ नोटिस जारी होने से उनके लिए भी मुश्किलें बढ़ गयी हैं। अमानीगंज ब्लाक की ग्राम पंचायत बवां के पंचायत सचिव भूपेंद्र तिवारी व अकमा के पंचायत सचिव गिरजेश तिवारी पहले से ही इसे लेकर चर्चा के घेरे में हैं। गिरजेश तिवारी दो वर्ष पहले तारुन से मयाबाजार ब्लाक स्थानांतरण के बाद एक-दो नहीं 13 ग्राम पंचायतों से वितीय वर्ष 2018-19 में लगभग 87 लाख रुपया निकालने के आरोप में निलंबित हो चुके हैं। एडीओ पंचायत प्रदीपकुमार वर्मा ने उनके विरुद्ध एफआइआर तारुन थाना में दर्ज कराया है। उसके तूल पकड़ने के बाद तत्कालीन बीडीओ एस कृष्णा के विरुद्ध कारण बताओ नोटिस जारी हुई। बाद में तिवारी की बहाली कर नई तैनाती अमानीगंज ब्लाक में हो गई। नगर पंचायत में शामिल ग्राम पंचायत अकमा से धन निकासी को लेकर उन पर आरोप लगे हैं। धन निकासी करने में नगर पंचायत में शामिल अमानीगंज व सोहावल ब्लाक की ग्राम पंचायतों के कई पंचायत सचिव भी कार्रवाई की जद में आएंगे।

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