बर्न यूनिट में उपचार की झुलस रही उम्मीद
अयोध्या : निर्धारित समय बीतने को हैं, लेकिन बर्न यूनिट भवन का निर्माण अभी तीन-चौथाई से आगे नहीं बढ़
अयोध्या : निर्धारित समय बीतने को हैं, लेकिन बर्न यूनिट भवन का निर्माण अभी तीन-चौथाई से आगे नहीं बढ़ सका है। इससे बर्न यूनिट में उपचार कराने की मरीजों की उम्मीदें झुलस रही हैं। वे राजधानी की दौड़ लगाने को मजबूर हैं। कार्यदायी संस्था समाज कल्याण निर्माण निगम को 12 बेड की इस इकाई का निर्माण 31 जनवरी तक पूरा कर मेडिकल कॉलेज प्रशासन को हस्तगत करने का लक्ष्य है, कार्य गति के दृष्टिगत तय समय में ऐसा कर नामुमकिन सा है।
रामनगरी में अग्नि हादसों के शिकार मरीजों के इलाज की प्रभावी व्यवस्था नहीं है। प्लास्टिक सर्जन न होने के कारण जिला अस्पताल बर्न रोगियों के लिए केवल रेफरल सेंटर बनकर रह गया है। ऐसे में राज्य सरकार ने दर्शननगर स्थित मंडलीय अस्पताल (अब राजर्षि दशरथ राजकीय मेडिकल कॉलेज) में बर्न यूनिट निर्माण का फैसला किया। एक करोड़ 18 लाख रुपये की वित्तीय मंजूरी मिली। निर्माण जिस गति से हो रहा है, उससे इस प्रोजेक्ट के पूरा होने में अभी छह से आठ माह तक लग जाएंगे। इससे लागत राशि बढ़ने की संभावना प्रबल हो गई है।
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यूनिट में होंगी ये सुविधाएं
-इस यूनिट के तीन वार्डो में 12 मरीजों के भर्ती किए जाने की सुविधा होगी, जो अत्याधुनिक उपकरणों से लैस होंगे। इसके अलावा ऑपरेशन थिएटर एवं चिकित्सकों के बैठने के लिए ओपीडी भी होगी।
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भवन बने तब सृजित होंगे पद
-प्राचार्य प्रो. विजय कुमार ने बताया कि अस्पताल भवन हैंडओवर होने के बाद ही यहां प्लास्टिक सर्जन सहित अन्य चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ के पद सृजित करने का प्रस्ताव भेजा जाएगा। इसके बाद ही तैनाती हो सकेगी।
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भवन 80 फीसदी निर्मित हो चुका है। निर्माण में तेजी लाने के लिए कार्यदायी संस्था के साथ ही उच्चाधिकारियों से पत्राचार किया जा रहा है।
-डॉ. घनश्याम सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी अयोध्या