बिना वित्तीय स्वीकृति के करा डाले 15 लाख के कार्य

सीडीओ की जांच में आई ये गड़बड़ी सामने. आरइडी के जेई व पंचायत सचिव से होगी वसूली.

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 11:22 PM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 11:22 PM (IST)
बिना वित्तीय स्वीकृति के करा डाले 15 लाख के कार्य
बिना वित्तीय स्वीकृति के करा डाले 15 लाख के कार्य

अयोध्या: मुख्य विकास अधिकारी प्रथमेश कुमार ने पूराबाजार ब्लॉक की ग्राम पंचायत जलालुद्दीननगर के विकास कार्यों में बड़ी गड़बड़ी पकड़ी है। तीन परियोजनाओं को बिना वित्तीय व प्रशासनिक स्वीकृति के पूरा करा भुगतान भी करा दिया गया। चौथी परियोजना पांच संपर्क मार्गाें की है, जिसे छह भाग में बांट कर पत्रावली जिला मुख्यालय न भेज ग्राम पंचायत से स्वीकृति ले ली गयी। ये सभी परियोजनाएं लगभग 15 लाख रुपये की बताई गई हैं। कार्य के बाद सभी का भुगतान हो चुका है। भुगतान ग्रामीण अभियंत्रण विभाग आरइडी के में जेई राजेंद्र कुमार विश्वकर्मा व पंचायत सचिव दीपमाला सिंह की तेजी से सवाल उठे हैं। नाराज सीडीओ ने (आरइडी) के अवर अभियंता व पंचायत सचिव को दोषी माना है। सीडीओ ने दो वेतन वृद्धि रोकने के साथ परियोजना पर व्यय धनराशि दोनों से वसूल करने का आदेश अधिशासी अभियंता मदनपाल वर्मा व जिला विकास अधिकारी हवलदार सिंह को दिया है। इन दोनों अधिकारियों को कार्रवाई कर सात दिन में सीडीओ को अवगत भी कराना होगा। सीडीओ की इस कार्रवाई के बाद बिना प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति के कराए गए कार्यों पर श्रमदान घोषित होने का खतरा बढ़ गया है। श्रमदान घोषित कराने को लेकर सभी की नजर वहां के बीडीओ पर लगी है। परियोजनाओं में पूर्व माध्यमिक विद्यालय पूराबाजार परिसर में इंटरलाकिग व सबमर्सिबल वाटर सप्लाई, खिड़की आदि शामिल हैं। यही नहीं सीडीओ के निरीक्षण के समय पांच ग्राम पंचायतों ने परियोजना संबंधी पत्रावली नहीं उपलब्ध कराई। पत्रावली उपलब्ध न कराने में ग्राम पंचायत खुशहालगंज की पंचायत सचिव कोमल मिश्रा व ग्राम पंचायत मित्रसेनपुर की पंचायत सचिव शिवांगी सिंह का नाम शामिल है। इनके ऊपर भी कार्रवाई का खतरा मंडराने लगा है। पंचायत सचिव कोमल मिश्रा के खिलाफ उत्तरदायित्व निर्धारण जिला विकास अधिकारी व पंचायत सचिव शिवांगी सिंह के खिलाफ जिला पंचायत राज अधिकारी को करना है। सात दिन में उत्तरदायित्व का निर्धारण किया जाना है।

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