लहू से सींचा है गुलशन इसे आबाद रखेंगे

अब्दुल कलाम वेलफेयर सोसायटी के तत्वावधान में शहीदों की याद में कार्यक्रम जरा याद करो कुर्बानी का आयोजन कटरा शमशेर खां में किया गया। कार्यक्रम में रिया•ा इटावी ने शेर पढ़ा-लहू से सींचा है गुलशन इसे आबाद रखेंगे शहीदों की शहादत को हमेशा याद रखेंगे..।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Aug 2019 10:28 PM (IST) Updated:Tue, 20 Aug 2019 06:21 AM (IST)
लहू से सींचा है गुलशन इसे आबाद रखेंगे
लहू से सींचा है गुलशन इसे आबाद रखेंगे

जासं, इटावा : अब्दुल कलाम वेलफेयर सोसायटी के तत्वावधान में शहीदों की याद में कार्यक्रम 'जरा याद करो कुर्बानी' का आयोजन कटरा शमशेर खां में किया गया। कार्यक्रम में रियाज इटावी ने शेर पढ़ा-लहू से सींचा है गुलशन इसे आबाद रखेंगे, शहीदों की शहादत को हमेशा याद रखेंगे..।

शायर रौनक इटावी ने कहा, नफरतें पहले मिटायें आओ हिन्दुस्तान से, दोस्तों फिर जश्ने आजादी मनायें शान से..। युवा शायर यासीन अंसारी ने कहा, सबक है जो मुहब्बत का उसी को याद रखना है, मुहब्बत से वतन अपना हमें आबाद रखना है..। संस्था के अध्यक्ष अब्दुल मन्नान राईन ने कहा, हमें देश की उन्नति और विकास में भरपूर सहयोग करना चाहिए। मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार अनुराग मिश्र 'असफल' ने कहा, शहीदों की गाथाएं हमारे हृदय में प्रेरणा और उत्साह भर देती हैं।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे खादिम अब्बास ने कहा, जिन महापुरुषों ने स्वतंत्रता संग्राम में त्याग और बलिदान दिया व कष्ट झेले वह सच्चे अर्थो में भारत के निर्माता हैं। जमील कुरैशी ने कई क्रांतिकारियों के जीवन पर प्रकाश डाला। कांग्रेस नेता राशिद खान, एसएम मुस्तकीम, पीस पार्टी जिलाध्यक्ष इकबाल हुसैन, सरफराज अहमद, वाईके शफी, हाजी अजीम वारसी, माहिर अंसारी, शुऐब वारसी, फुरकान अंसारी, मु. अहमद चिश्ती, तालिब लईक उपस्थित रहे।

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