2023 तक 160 किमी की स्पीड से दौड़ेंगी ट्रेन

जागरण संवाददाता इटावा दिल्ली-हावड़ा रेलवे ट्रेक पर प्रयागराज मंडल उत्तर मध्य रेलवे में व

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 08:03 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 08:03 PM (IST)
2023 तक 160 किमी की स्पीड से दौड़ेंगी ट्रेन
2023 तक 160 किमी की स्पीड से दौड़ेंगी ट्रेन

जागरण संवाददाता, इटावा : दिल्ली-हावड़ा रेलवे ट्रेक पर प्रयागराज मंडल उत्तर मध्य रेलवे में वर्ष 2023 तक 160 किमी की स्पीड से अधिकांश सुपर फास्ट ट्रेनें फर्राटा भरेंगी। इसके तहत इस ट्रेक पर 180 किमी की स्पीड से ट्रेन दौड़ाकर ट्रायल लिया जा चुका है। वर्ष 2024 में पश्चिम मध्य रेलवे में दिल्ली से मुंबई तक इतनी ही स्पीड से ट्रेनें दौड़ने लगेंगी। इसके लिए रेलवे प्रशासन निरंतर बेहतरीन कार्य कर रहा है।

यह जानकारी गुरुवार को इटावा जंक्शन का निरीक्षण करने स्पेशल ट्रेन से आए पश्चिम मध्य रेलवे के प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी सुरेंद्र माही ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए दी। उन्होंने बताया कि 1991 में कानपुर में सहायक अभियंता के रूप में कार्य किया था तब से अब तक रेलवे प्रशासन निरंतर सुधार करा रहा है। पूर्व की तुलना में ट्रेनों का परिचालन काफी सुरक्षात्मक हुआ है। रेलवे अधिकारियों-कर्मियों में बेहतरीन तरीके से कार्य करने की जो ललक देखी उससे स्पष्ट है कि भारतीय रेल का भविष्य और अधिक सुरक्षात्मक होगा। गेटमैन से लेकर सभी अधिकारी सजगता से कार्य कर रहे हैं। यह सब कानपुर से इटावा जंक्शन के मध्य रूरा, मैथा स्टेशन तथा कई क्रासिग गेट देखने पर मिला। यूनीफार्म में सुसज्जित कर्मियों ने जिस बेबाकी से सुरक्षा के प्रति सवालों के जवाब दिए। इस पर खुश होकर उन्होंने 10 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की ।

उन्होंने बताया कि रेलवे के अधिकारी-कर्मी रात में जागकर यात्रियों की सुरक्षा के प्रति सजगता बरत रहे हैं। वे कितने निपुण हैं और किस तरह अपनी ड्यूटी को अंजाम दे रहे हैं यह धरातल पर ही देखने पर ही हकीकत सामने आती है। एडीआरएम ऑपरेशन अमित मिश्रा, डीओएएम एसके गौतम, स्टेशन अधीक्षक पीएम मीना, रेलवे पथ निरीक्षक डीएस मीणा आदि रेलवे अधिकारी मौजूद थे।

परिवर्तन निरीक्षण आवश्यक

उन्होंने बताया रेलवे के सुरक्षात्मक परिचालन के लिए क्षेत्र परिवर्तन करके निरीक्षण कराया जाना आवश्यक है। रेलवे प्रशासन ने साल में दो बार निरीक्षण करने का निर्देश दिया है। उत्तर मध्य रेलवे सुगम रास्ते पर है जबकि पश्चिम मध्य रेलवे में नदियां और पहाड़ी इलाका काफी है। इससे वहां से यहां भिन्नता है। सुरक्षा के तहत एक-दूसरे क्षेत्र की कार्य प्रणाली में सुधार होता है।

ब्लाक समाप्त होने पर कैसी प्रतिक्रिया

प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी सुरेंद्र माही ने निरीक्षण के दौरान आवास लघु पुस्तिका, पॉवर ब्लाक आदि रिकार्ड बुकों को देखकर एएसएम प्रिस राज यादव से पूछा कि ब्लाक समाप्त होने के बाद पुस्तिका में अपनी प्रतिक्रिया किस तरह दर्ज करते हो। एएसएम ने बताया कि टिप्पणी वाले कॉलम में दर्ज करते हैं। यार्ड मॉनीटर, सुरक्षा उपकरण, ओएचई, प्राथमिक चिकित्सा उपकरण सहित अन्य कई उपकरणों का गहनता से निरीक्षण करके ऑल इज वेल बताया।

chat bot
आपका साथी