घने बादलों ने कराया कड़ाके की सर्दी का अहसास

जागरण संवाददाता इटावा बुधवार को मौसम में फिर से बदलाव हो गया। आसमान में घने बादल छाने

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 10:08 PM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 10:08 PM (IST)
घने बादलों ने कराया कड़ाके की सर्दी का अहसास
घने बादलों ने कराया कड़ाके की सर्दी का अहसास

जागरण संवाददाता, इटावा : बुधवार को मौसम में फिर से बदलाव हो गया। आसमान में घने बादल छाने तथा पांच किमी की स्पीड से सर्द हवा चलने से लोगों ने कड़ाके की सर्दी का अहसास किया। तापमान सुबह न्यूनतम 15 तो दोपहर में अधिकतम 24 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सारा दिन घने बादलों ने सूरज को चमकने नहीं दिया, कई बार सूरज ने चमकने का प्रयास किया लेकिन बादलों ने फटाफट ढक ही लिया। मौसम की मार से कृषि कार्य भी प्रभावित हुए।

बीते दस दिनों से मौसम साफ रहने से धान-बाजरा सहित खरीफ की अन्य फसलों की कटाई-मड़ाई जोरों पर थी तो दूसरी ओर काफी संख्या में किसान रबी की फसल की बोआई को लेकर खेत तैयार करने में जुटे थे। बीते मंगलवार से मौसम में फिर से बदलाव शुरू हो जो बुधवार को काफी बिगड़ा हुआ प्रतीत हुआ, इससे खेतिहर कार्य ठप हो गया। बादलों के छाने से सूर्यदेव सही ढंग से प्रकट नहीं हो सके इससे चारों ओर बर्फीली सफेदी जैसा ²श्य नजर आया। सुबह नौ बजे स्कूल खुलने पर बच्चे ही नहीं अपितु शिक्षक भी भरपूर गर्म कपड़े पहनकर आए लेकिन सर्दी सभी ने महसूस की। मौसम के चलते बाजारों और सार्वजनिक स्थानों पर भी चहल-पहल कम ही रही।

किसान अभी न करें बोआई, होगी बारिश

कृषि मौसम वैज्ञानिक डा. एसएन सुनील पांडेय का कहना है कि आगामी 24 घंटों में बंगाल की मध्य खाड़ी में एक चक्रवात और तेज हो सकता है। इससे आगामी चार दिसंबर तक कानपुर मंडल में कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हो सकती है। इसलिए किसान आगामी पांच दिसंबर तक गेहूं, चना, सरसों, अलसी तथा सब्जियों की बोआई और खेतों को तैयार करने का कार्य बंद रखें, पांच दिसंबर से मौसम फिर से सामान्य होने की पूरी संभावना है।

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सुबह और शाम नंगे सिर कतई न निकलें सर्दी से बचाव के लिए जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डा. पीके गुप्ता ने बताया कि इन दिनों सुबह और शाम किसी को नंगे सिर कतई नहीं घूमना चाहिए। बच्चे निमोनिया तो जवान जुकाम और वृद्ध सांस के रोग से पीड़ित हो सकते हैं। सर्दी उन सभी को ज्यादा परेशान करती है जो लापरवाही बरतते हैं।

- ठंडे पानी का सेवन पूर्णरूपेण बंद करें।

- सभी वृद्ध गुनगुने पानी का प्रयोग करें।

- मच्छरों से बचाव को पूरा तन ढकने वाले कपड़े पहने।

- बच्चे और वृद्ध शाम से सूर्योदय तक गर्म कपड़े पहने।

- ठंडी वस्तुओं का सेवन पूर्णरूपेण इन दिनों बंद रखें।

- स्वच्छता पर सभी लोग विशेष ध्यान दें।

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