ट्रामा सेंटर में भीड़ देखकर नाराज हुए कुलपति

संवाद सहयोगी सैफई उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रमाकांत यादव ने मंगल

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 05:39 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 05:39 PM (IST)
ट्रामा सेंटर में भीड़ देखकर नाराज हुए कुलपति
ट्रामा सेंटर में भीड़ देखकर नाराज हुए कुलपति

संवाद सहयोगी, सैफई : उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रमाकांत यादव ने मंगलवार को विश्वविद्यालय के इमर्जेंसी ट्रामा, पिडियाट्रिक कोविड-19 अस्पताल, डायलिसिस वार्ड, ओपीडी, आक्सीजन प्लांट एवं अन्य वार्डों का आकस्मिक निरीक्षण किया। इसके अलावा उन्होंने कोविड-19 अस्पताल का वाह्य निरीक्षण कर अस्पताल की व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली। इमर्जेसी एवं ट्रामा सेंटर में अनावश्यक भीड़ देखकर उन्होंने नाराजगी जताई और सुरक्षा गार्डों को निर्देश दिया कि कोविड-19 प्रोटोकाल का कड़ाई के साथ पालन किया जाए। मरीज के साथ अनावश्यक भीड़ अंदर न जाए।

उन्होंने जीवन-रक्षक औषधियों तथा जरूरी उपकरणों की उपलब्धता की जानकारी लेने के साथ इमर्जेसी में कार्यरत चिकित्सा अधिकारी एवं हेल्थ केयर वर्कर्स से बात की। आक्सीजन प्लांट का भी निरीक्षण किया। चिकित्सा अधीक्षक डा. आदेश कुमार, कुलसचिव सुरेश चन्द्र शर्मा, इमर्जेंसी प्रभारी सोमेन्द्र पाल सिंह चौहान आदि उपस्थित रहे। बच्चों के लिए डेडिकेटेड 100 बेडेड पीआइसीयू भी तैयार कुलपति ने बताया कि कोविड-19 की तीसरी लहर की संभावित आशंका के मद्देनजर विश्वविद्यालय द्वारा बच्चों के लिए डेडिकेटेड 100 बेडेड पीआइसीयू जिसमें 50 बेड आइसीयू एवं 50 बेड एचडीयू आइसोलेशन के बनाये गये हैं जिसमें सामान्य कोविड संक्रमित बच्चों के साथ गंभीर रूप से कोविड संक्रमित बच्चों का इलाज किया जाएगा। इसके अलावा विश्वविद्यालय द्वारा दी जा रही सभी इमर्जेंसी सेवायें जारी हैं। दूसरी लहर से प्रभावित मरीजों के लिए 100 बेडेड पोस्ट कोविड वार्ड बनाया गया है जहॉ पोस्ट कोविड मरीजों का इलाज पूरी तत्परता से किया जा रहा है। कचरा प्रबंधन को दिए निर्देश चिकित्सा अधीक्षक डा. आदेश कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय में कुलपति के दिशानिर्देश में सभी जरूरी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि बरसात के मौसम को देखते हुए इमर्जेसी ट्रामा एवं कोविड-19 अस्पताल के आस-पास त्वरित कचरा एवं जल-जमाव निस्तारण की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सैनिटेशन प्रभारी एवं अन्य जरूरी विभागों को निर्देश दिए गए हैं।

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