थम नहीं रही खाद की किल्लत, अन्नदाता दुखी

संवादसूत्र महेवा क्षेत्र में खाद की किल्लत अभी थम नहीं रही है इससे अन्नदाता काफी दुखी हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 06:04 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 06:04 PM (IST)
थम नहीं रही खाद की किल्लत, अन्नदाता दुखी
थम नहीं रही खाद की किल्लत, अन्नदाता दुखी

संवादसूत्र, महेवा : क्षेत्र में खाद की किल्लत अभी थम नहीं रही है, इससे अन्नदाता काफी दुखी हैं। कई समितियां बंद होने से बीते माह से किसान खाद पाने को इधर से उधर भटक रहे हैं। प्रशासन ने खाद का समुचित वितरण कराने में नाकाम साबित हो रहा है।

इस समय आलू, लहसुन, प्याज समेत रबी की व्यापारिक फसलों की बोवाई जारी है किसानों की सहूलियत को देखते हुए विकासखंड में पांच साधन सहकारी समितियों तथा दो सहकारी संघ से खाद की आपूर्ति की जाती है। कस्बा महेवा क्षेत्र को खाद की आपूर्ति करने सहकारी संघ, नगला शुक्ल में सहकारी समिति भी पूर्ण रूप से बंद है। खाद की आस लगाकर आने वाले किसानों को खाली हाथ ही वापस जाना पड़ रहा है। साधन संपन्न किसान अन्य जगह से खाद मंगा रहे हैं। लघु सीमांत किसान भटक रहे हैं, पर्याप्त खाद न मिलने से अधिकतर अन्नदाता दुखी हैं।

ग्राम उझियानी, बहेड़ा, सुनवर्सा, मतिरामपुर, फतेहपुरा, गौतमपुर सहित आधा दर्जन ग्रामों के किसानों को खाद की किल्लत से जूझना पड़ रहा। किसान वेदप्रकाश त्रिपाठी, राजीव ऋषीश्वर, सतीश पांडेय, बबलू तिवारी, रामबाबू कुशवाहा ने एक सप्ताह पहले आंदोलन की चेतावनी दी थी। एडीओ कृषि राजेश चौबे ने बताया कि समिति द्वारा समस्या का निस्तारण जल्द होगा।

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खाद की किल्लत को दूर नहीं किया जा रहा है। प्रशासन को सब पता होने के बावजूद समस्या बनी हुई है।

अनिल दुबे, किसान

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फसलों की बोआई खेतों में शुरू हो चुकी है इसके बाद भी खाद का संकट है। सरकारी तंत्र कुछ करना नहीं चाहता है।

चंद्रशेखर पांडेय, किसान

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