मरीज भर्ती कराने को लेकर घंटों भटकने को मजबूर हैं स्वजन

संवाद सहयोगी सैफई कोरोना का कहर लगातार बढ़ रहा है। जिनके मरीज अस्पताल में भर्ती हो

By JagranEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 08:12 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 08:12 PM (IST)
मरीज भर्ती कराने को लेकर घंटों भटकने को मजबूर हैं स्वजन
मरीज भर्ती कराने को लेकर घंटों भटकने को मजबूर हैं स्वजन

संवाद सहयोगी, सैफई : कोरोना का कहर लगातार बढ़ रहा है। जिनके मरीज अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं वे उनकी हालत और ऑक्सीजन आदि को लेकर परेशान हैं। वहीं चिकित्सा विश्वविद्यालय सैफई में मरीजों को भर्ती होने में बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। फर्रुखाबाद जिले का निवासी एक पुलिस कांस्टेबल अपने पिता सेवानिवृत्त फौजी को ऑक्सीजन सिलेंडर के सहारे लेकर सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में पहुंचे। उसे सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक इधर-उधर भटकना पड़ा लेकिन भर्ती नहीं किया जा सका। इसी बीच पिता की हालत सीरियस होने लगी तो पुलिस कांस्टेबल ने फिर से एंबुलेंस मंगाई वह वापस ले जाने लगा। लेकिन दैनिक जागरण टीम से रोता हुआ बोला में तीन वर्ष तक सैफई थाने में तैनात रहा और यहां मेडिकल यूनिवर्सिटी में लगातार सेवा देता रहा पर आज पिता के इलाज की बात आई तो एक भी बात हमारी चिकित्सकों ने नहीं सुनी। जब हमने चिल्ला चिल्ला कर कहा हम पुलिस में हैं और हम यहां 3 वर्ष तक आपकी सुरक्षा के लिए हमेशा तैयार रहे लेकिन एक भी स्टाफ ने नहीं सुनी। जनपद के जरौली निवासी बाबूराम पुत्र रामभरोसे जिसका ऑक्सीजन लेवल कम था। जिसे जिला अस्पताल इटावा से रेफर कर सैफई भेज गया था। यहां इमरजेंसी ट्रामा सेंटर में चिकित्सकों ने सलाह दी कि आप होल्डिग एरिया में एडमिट कराओ। जब पुरानी बिल्डिग की तीसरी मंजिल पर पहुंचे वहां तैनात स्टाफ ने कहा यहां पर बेड खाली नहीं है। तो स्वजन ने मरीज को वापस लेकर अस्पताल के गेट पर स्ट्रेचर पर ही लिटा लिया और बेड खाली होने का इंतजार करना शुरू कर दिया। इसी तरह से तीसरा ²श्य उस समय देखने को मिला जब मरीज की सांस में उखड़ रही थी और मरीज फुटपाथ पर लेटा नजर आ रहा था। और इंतजार कर रहा था किसी कारण वह अस्पताल में भर्ती हो जाए जब दैनिक जागरण की टीम ने पूछा तो उसने अपना नाम सौरभ तिवारी बताया। वह जिला अस्पताल इटावा से रेफर होकर आया था। ऑक्सीजन लेवल कम है। विश्वविद्यालय में चारों तरफ घूम आया बेड खाली न होने का हवाला देकर वापस कर दिया। बस नाम का है पूछताछ केंद्र उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई इमरजेंसी ट्रामा सेंटर पर बने मरीजों की जानकारी के लिए पूछताछ केंद्र भी शुरू किया गया है। यहां परिजन अपनी पीड़ा लेकर पहुंचते हैं लेकिन अधूरी जानकारी मिलने कारण भी समस्या का निदान नहीं हो पा रहा है। कई मरीजों के परिजनों ने बताया की मरीज के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिलती है।

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