भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना ब्लाक प्रमुख का पद

संवाद सूत्र बकेवर प्रधानी व बीडीसी के चुनाव की चर्चा अभी थमी भी नहीं कि अब ब्लाक प्रमुख चुनाव

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 10:17 PM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 10:17 PM (IST)
भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना ब्लाक प्रमुख का पद
भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बना ब्लाक प्रमुख का पद

संवाद सूत्र, बकेवर : प्रधानी व बीडीसी के चुनाव की चर्चा अभी थमी भी नहीं कि अब ब्लाक प्रमुख चुनाव के लिए चर्चा जोरों पर हो गई है। पिछले पंचवर्षीय में इस ब्लाक में सपा समर्थित ब्लाक प्रमुख प्रमोद यादव के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आने के बाद हुए चुनाव के संघर्ष में प्रमुख का ताज भाजपा नेता अशोक चौबे के सिर बंधा था। इस बार प्रमुख का पद एससी वर्ग के लिए आरक्षित हुआ है। भाजपा के लिए ब्लाक प्रमुख का पद प्राप्त करना प्रतिष्ठा की लड़ाई होगा। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में उसे असफलता जो मिली है, इसलिए वह किसी भी कीमत में ब्लाक प्रमुख का पद अब नहीं गंवाना चाहेगी।

इस बार भी राजनीति के धुरंधर पर्दे के पीछे से गुणा-भाग करने में लग गए हैं। हालांकि इस बार यह पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होने के चलते बीडीसी का शेयर धड़ाम होने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। इस पद पर अब तक सिर्फ दो प्रमुख नामों की चर्चा ज्यादा हो रही है उनमें शेरपुर रसूलपुर से निर्विरोध निर्वाचित भाजपा के पूर्व विधायक केके राज की पत्नी बबिता राज व सपा की ओर से हाल ही में सपा में शामिल हुए बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष जितेंद्र की पत्नी पवित्रा देवी जो कि सुनवर्षा से अपनी ही पार्टी के पूर्व सांसद की पुत्री शैलशिखा कठेरिया को पराजित कर बीडीसी बनी हैं।

अब इस पंचवर्षीय में ब्लाक प्रमुख का पद अनुसूचित के लिए आरक्षित हो गया है तब भी सपा और भाजपा इस पद को अपने पाले में रखने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाएगी। सपा जहां त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में मिली सफलता से उत्साह से लबरेज हैं तो इस स्थिति में उसके नेता पूरा जोर लगाएंगे कि ब्लाक प्रमुख उनका हो।

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