तेज तो कभी हल्की बारिश ने बढ़ाई किसानों की चिंता

जागरण संवाददाता इटावा बुधवार को सुबह से कभी हल्की कभी तेज बारिश होने से जनजीवन अस्त-व्य

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 07:49 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 07:49 PM (IST)
तेज तो कभी हल्की बारिश ने बढ़ाई किसानों की चिंता
तेज तो कभी हल्की बारिश ने बढ़ाई किसानों की चिंता

जागरण संवाददाता, इटावा : बुधवार को सुबह से कभी हल्की कभी तेज बारिश होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। सड़क मार्ग पर पूर्व की बारिश हुए गड्ढों में जलभराव होने से आवागमन करने वालों को मुसीबतों का सामना करना पड़ा। कई दो पहिया वाहन सवार गिरकर चोटिल हुए। तापमान सुबह न्यूनतम 25 तो दोपहर में अधिकतम 32 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बारिश अब किसानों के लिए भी चिता का सबब बन गई है। थोड़े-थोड़े अंतराल पर बारिश और तेज धूप से मौसमी रोग तेजी से फैल रहे हैं।

सुबह से ही आसमान में घने बादल छाने तथा बारिश होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। स्कूल-कालेज आने वाले छात्र-छात्राओं के साथ शिक्षकों को भी मुसीबतों का सामना करना पड़ा। दो पहिया वाहन सवारों का तो और भी बुरा हाल था। बीते गुरुवार और शुक्रवार को तेज बारिश से जनपद के अधिकांश सड़क मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिनमें थोड़ी-थोड़ी दूरी पर गहरे-गहरे गड्ढे हो गए हैं। इनमें जलभराव होने से आवागमन करने वालों के लिए मुसीबत के सबब बन गए। इन गड्ढों से अंजान कई दो पहिया वाहन सवार गिरकर चोटिल हुए। बीते चार दिनों से मौसम साफ रहने के बावजूद लोनिवि ने इन गड्ढों की ओर कोई तवज्जो नहीं दी। ग्वालियर-बरेली हाईवे पर चंबलनदी पुल उदी से कर्री पुलिया तक इसकदर गड्ढे हैं जिनसे सड़क तो नजर ही नहीं आ रही है। इससे आवागमन बाधित बना हुआ है बारिश होने से हालात और अधिक बदहाल हुए। कृषि मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पाण्डेय का कहना है कि अभी आगामी सप्ताह तक मौसम इसी तरह का रहेगा। किसान सजगता बरतते हुए फसलों की सुरक्षा करें तथा अगैती के आलू, सरसों-राई की बोआई के लिए खेतों को तैयार होने दें। बिजली कड़कने पर सभी लोग सजगता बरतें।

खेती को अभी नुकसान नहीं

उप कृषि निदेशक अभिनंदन सिंह का कहना है कि हल्की बारिश होने से खेती को अभी नुकसान नहीं होगा लेकिन अगैती के आलू और सरसों-राई की बोआई में देरी होगी। बीते सप्ताह तेज हवा के साथ बारिश होने से कुछ जगह पर धान और बाजरा की फसल को नुकसान हुआ है। तेज हवा ही फसलों को नुकसान पहुंचा सकती है।

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