श्रीराम ने शबरी के बेर खाकर मिटाया भेदभाव

संवादसूत्र बसरेहर भगवान श्रीराम ने त्रेता युग में जाति वर्ग भेदभाव को मिटाने के सार्थक प्रयास

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 06:37 PM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 09:18 PM (IST)
श्रीराम ने शबरी के बेर खाकर मिटाया भेदभाव
श्रीराम ने शबरी के बेर खाकर मिटाया भेदभाव

संवादसूत्र, बसरेहर : भगवान श्रीराम ने त्रेता युग में जाति, वर्ग भेदभाव को मिटाने के सार्थक प्रयास किए थे। शबरी के झूठे बैर खाकर सामाजिक भेदभाव मिटाकर प्रेम और भक्ति का मार्ग प्रशस्त किया था। श्रीम-लक्ष्मण द्वारा माता सीता की खोज में जटायु संस्कार, शबरी मिलन, श्रीहनुमान मिलन, सुग्रीव मित्रता तथा बाली वध की लीला का मंचन देखकर श्रद्धालु भाव-विभोर हुए।

श्रीराम लीला महोत्सव बसरेहर के तत्वावधान में उपरोक्त लीलाओं के मंचन का शुभारंभ श्रीराम दरबार की आरती करके किया गया। मंडलाधीश विजय मिश्र बड़े के निर्देशन में कलाकारों ने सराहनीय प्रदर्शन किया। श्रीराम ने शबरी को नवधा भक्ति बताकर भक्तों का मार्ग प्रशस्त किया जबकि श्रीहनुमानजी तथा बाली से वार्ता काफी आध्यात्मिक होने से अधिकतर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हुए। मंचन का संचालन आचार्य पंडित रामदास तिवारी ने किया। अध्यक्ष अनिल यादव बल्ली, प्रभारी संदीप दुबे, कोषाध्यक्ष कपिल पोरवाल, जितेंद्र यादव, सतीश यादव, शिवम यादव, पंडित दिनेशचंद्र महाराज, हरीओम दुबे, अजय सक्सेना आदि ने व्यवस्था संभाली।

.. जब श्रीराम-लक्ष्मण ने पहनाए मास्क कस्बा बसरेहर में श्रीराम लीला मंचन के दौरान मास्क लगाकर न आने वाले दर्शकों को भगवान श्रीराम और लक्ष्मण ने मंच पर बुलाकर उन्हें मास्क पहनाकर सभी को दो गज की दूरी तथा चेहरे पर मास्क जरूरी का पाठ पढ़ाते हुए घर से निकलने पर इस नियम का पालन करने के लिए प्रेरित किया। बताते चले कि मंचन कार्यक्रम शुरू होने से पूर्व ही रामलीला समिति द्वारा मैदान को सैनिटाइज कराकर मास्क वितरित किए गए लेकिन कुछ दर्शक इसके बावजूद मास्क का प्रयोग नहीं कर रहे थे। जिन्हें मंच पर मास्क देकर सभी को कोरोना वायरस से बचाव के लिए नियमों का पालन करने के लिए श्रीराम लक्ष्मण ने प्रेरित किया।

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