एक हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मिल रहा रेग्यूलेटर

जागरण संवाददाता इटावा एमसीएच महिला विग 100 शैया कोविड अस्पताल में अभी भी मरीजों की दुश्वाि

By JagranEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 07:18 PM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 07:18 PM (IST)
एक हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मिल रहा रेग्यूलेटर
एक हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मिल रहा रेग्यूलेटर

जागरण संवाददाता, इटावा : एमसीएच महिला विग 100 शैया कोविड अस्पताल में अभी भी मरीजों की दुश्वारियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। जनपद के नये सीएमओ डा. भगवान दास द्वारा अव्यवस्थाओं को दूर करने के प्रयास किये जा रहे हैं लेकिन बुधवार को भी मरीज दिन भर परेशान हुए। अस्पताल में ऑक्सीजन सिलिडर तो हैं लेकिन उनको चलाने वाले रेग्यूलेटर नहीं हैं। मरीजों को बाजार से रेग्यूलेटर एक हजार रुपये प्रतिदिन के हिसाब से किराये पर लाने पड़ रहे हैं। एक मरीज ने बताया कि उसे सिलिडर तो मिल गया परंतु रेग्यूलेटर नहीं मिला जिसके कारण वह बाजार से किराये पर रेग्यूलेटर लेकर आया है। वहीं महिला अस्पताल से सिलिडर ढोने का क्रम आज भी जारी रहा। लखना निवासी रश्मि मंगलवार को अपने पिता को 100 शैया अस्पताल में लेकर आयी थीं। जब वह आयीं तो उसके पिता का ऑक्सीजन लेवल 90 था। उसने आरोप लगाया कि डॉक्टर की कमी व देखभाल न होने के कारण पिता का ऑक्सीजन लेवल 80 आ गया। इस लिए वह अपने पिताजी को प्राइवेट अस्पताल में दिखाने के लिए ले जा रही है। शौचालय के बाहर गंदगी का आलम अस्पताल के सैकंड फ्लोर पर शौचालय के बाहर गंदगी का आलम इस तरह है कि वहां पर खड़ा नहीं हुआ जा सकता। मरीजों का कहना है कि अस्पताल की सफाई नहीं हो रही है। कोरोना में शौचालय की सफाई होना अति आवश्यक है। मरीजों के अनुसार गंदगी का यह आलम पिछले कई दिनों से चल रहा है। इस संबंध में भारत विकास परिषद के पदाधिकारी अश्वनी मिश्रा ने एसडीएम सदर सिद्धार्थ व सीएमओ डा. भगवान दास को मामले की जानकारी दी। हालांकि सीएमओ ने उनसे कहा कि इस तरह का दुष्प्रचार न करें।

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