विरोधी मानसिकताएं कर रहीं देश तोड़ने का प्रयास
जासं इटावा राष्ट्र जागरण अभियान के तहत राष्ट्र धर्म विषय पर आयोजित गोष्ठी में उच्चतम न्यायाल
जासं, इटावा : राष्ट्र जागरण अभियान के तहत राष्ट्र धर्म विषय पर आयोजित गोष्ठी में उच्चतम न्यायालय की अधिवक्ता, सामाजिक कार्यकर्ता एवं कबीर फाउंडेशन की संस्थापक सुबूही खान ने कहा कि सात भारत विरोधी मानसिकताएं अपना तन, मन, धन लगाकर भारत को तोड़ने का प्रयास कर रही हैं। हम लोग बंटे होने के कारण उनको पराजित नहीं कर पा रहे हैं। वो सात भारत विरोधी मानसिकताएं हैं वामपंथी और उनके हथियारबंद गिरोह माओवादी और नक्सलवादी, अलगाववादी, कट्टरवादी और आतंकवादी संगठन, बौद्धिक आतंकवादी, विधर्मी राजनीतिक दल, अंतरराष्ट्रीय ताक़तें, धर्मांतरण माफ़यिा, विधर्मी कारपोरेट माफ़यिा। एससीएसटी आयोग के सदस्य पूर्व विधायक केके राज के गाड़ीपुरा स्थित आवास पर आयोजित गोष्ठी में सुबूही खान ने बताया कि हाथरस प्रकरण के बाद इस अभियान को एक नई दिशा दी गई। अपने गुरु केएन गोविदाचार्य के संरक्षण और मार्गदर्शन में वह अपनी टीम के साथ राष्ट्र जागरण अभियान के अंतर्गत भारत प्रवास पर हैं। सुबूही ़खान द्वारा अभियान की शुरुआत सीएए, एनआरसी के समर्थन में सेव भारत नाम से की गई थी। वह बताती हैं कि गोविदाचार्य का कहना है कि जब तक हम केवल समस्या का स्वरूप, स्वभाव और परिणाम सोच रहे हैं वो केवल चिता है। जब तक उसको समाधान न दिया जाए वो चितन नहीं बन सकता। इसी कारण राष्ट्र जागरण अभियान के अंतर्गत हम इस बात पर विशेष जागरण कर रहे हैं कि भारत की सभी समस्याओं का समाधान हमें प्रकृति की ओर लौटने से मिलेगा। गोष्ठी में मुख्य रूप से आरएसएस के विभाग सह संचालक विनोद चंद्र पांडेय, आरएसएस सह जिला कार्यवाह मनीष यादव, अंकित पाल, आयुष राज, निधि पाल, विरला शाक्य, दानिश अंसारी, संजय, अभिषेक भदौरिया, अंशुल शर्मा, चिराग सक्सेना आदि उपस्थित रहे।