अब सब्जी विक्रेता मुफ्त नहीं देते हरा धनिया व मिर्च

संवादसूत्र बकेवर सब्जियों के साथ मुठ्ठी भरकर हरा धनिया और चार-छह हरी मिर्च मुफ्त में झो

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Oct 2020 07:03 PM (IST) Updated:Tue, 13 Oct 2020 07:03 PM (IST)
अब सब्जी विक्रेता मुफ्त नहीं देते हरा धनिया व मिर्च
अब सब्जी विक्रेता मुफ्त नहीं देते हरा धनिया व मिर्च

संवादसूत्र, बकेवर : सब्जियों के साथ मुठ्ठी भरकर हरा धनिया और चार-छह हरी मिर्च मुफ्त में झोले में डालने से सब्जी बिक्रेता इन्कार करने लगा है जबकि पूर्व में बगैर कहे ही डाल देते थे। हरी सब्जियों की निरंतर बढ़ रही महंगाई से लखना सब्जी मंडी में हरा धनिया 150 रुपये किलो के रिकॉर्ड स्तर पर तथा शिमला मिर्च 100 रुपये और हरी मिर्च 60 रुपये किलो थोक के भाव बेची गई। 15 अगस्त के बाद से आलू के भाव में उछाल का सिलसिला शुरू हुआ था। पिछले 40 दिन से आलू के भाव 30 से 35 रुपये किलो पर टिके हुए हैं। हरी सब्जियां भी मंहगी हो गई हैं। लॉकडाउन में हरी सब्जियों के भाव जमीन पर आ गए थे। किसान हरा धनिया, पालक और लौकी को पशुओं को चारा के रूप में खिलाने को विवश हुए थे, उन दिनों तीन-चार रुपये किलो में भी इनके खरीदार नहीं मिल रहे थे। अब हालात विपरीत हो गए हैं। तोरई 40, लौकी 30 रुपये प्रति किलो थोक के भाव बेची जा रही है। फुटकर सब्जी बिक्रेता इनमें अपना मुनाफा जोड़कर बेंच रहे हैं। आढ़तियों का कहना है कि स्थानीय स्तर पर पैदा होने वाली सब्जियों की आवक अभी शुरू नहीं हुई है और दूसरे जनपदों से सब्जियां आ रही हैं इसलिए दाम बढ़े हुए हैं।

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