ओवरलोड खनन पासिग पर अंकुश नहीं,राजस्व का नुकसान
संवादसूत्र उदी खनन राजस्व चोरी रोकने को लेकर शासन-प्रशासन के सख्त आदेश हवा-हवाई साबित
संवादसूत्र, उदी : खनन राजस्व चोरी रोकने को लेकर शासन-प्रशासन के सख्त आदेश हवा-हवाई साबित हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश व मध्यप्रदेश की सीमा एवं थाना बढ़पुरा क्षेत्र स्थित चंबल नदी पुल बार्डर पर अवैध व ओवरलोडिग खनन पासिग जारी है।
खनन माफियाओं व जिम्मेदारों की मिलीभगत के चलते पुलिस से लेकर जिम्मेदार खनन व परिवहन, वाणिज्य आदि विभाग के अधिकारी इस अवैध कारोबार को नजर अंदाज कर रहे हैं। कार्रवाई के नाम पर प्रभावहीन ट्रक संचालकों को शिकार बनाया जा रहा है। सैकड़ों की संख्या में खनन ट्रकों व ट्रैक्टरों आदि वाहनों को पकड़कर लाखों रुपये का एक साथ राजस्व भी वसूल किया गया। पुलिस कर्मियों पर भी कार्रवाई हुई। इसके बाद भी खनन के अवैध व्यापार पर अंकुश नहीं लग सका है। रोजाना इस हाईवे पर करीब 800 से 1000 ओवरलोड वाहन पास हो रहे हैं।
चंबल पुल लचर, हर समय खतरा
बेतहाशा ओवरलोड पासिग से कमजोर चंबल नदी पुल के लिए भी खतरा व्याप्त हो रहा है। कई बार खराब हो चुके चंबल पुल के जिम्मेदार एनएच 92 के अधिकारी पुल पर अधिक भार क्षमता के वाहनों के आवागमन को घातक व खतरनाक बता चुके हैं। 50 मीट्रिक टन से अधिक भार के वाहनों के आवागमन को रोकने की मांग भी कर चुके हैं। इसके बाद भी आज 100 टन व इससे अधिक भार के खनन से ओवरलोड वाहन धड़ल्ले से दौड़ रहे हैं जो कि कभी भी किसी बड़े हादसे का कारण बन सकते हैं। जल्द लगाएंगे अंकुश बढ़पुरा थाना प्रभारी निरीक्षक मुकेश चौहान ने कहा कि अवैध व ओवरलोड खनन के परिवहन को रोकने के कवायद शुरू कर दी गई है। बीती रात चेकिग के दौरान अवैध तरीके से तिरपाल से छिपाकर ले जाई जा रही मौरंग से लोड ट्रक को पकड़कर कार्रवाई की गई है। किसी भी दशा में खनन राजस्व की चोरी एवं ओवरलोडिग नहीं होने दी जाएगी।