बिजौली में 100 से ज्यादा बीमार, बालक ने दम तोड़ा

फोटो-22 संवादसूत्र बकेवर हाईवे किनारे स्थित बिजौली गांव में मलेरिया वायरल व डेंगू बु

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 06:12 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 07:38 PM (IST)
बिजौली में 100 से ज्यादा बीमार, बालक ने दम तोड़ा
बिजौली में 100 से ज्यादा बीमार, बालक ने दम तोड़ा

फोटो-22 संवादसूत्र, बकेवर : हाईवे किनारे स्थित बिजौली गांव में मलेरिया, वायरल व डेंगू बुखार का प्रकोप है। गांव में एक सैकड़ा से अधिक लोग बीमार हैं। कुछ घरों सभी सदस्यों का इलाज चल रहा है। माता-पिता का उपचार एक अस्पताल में तो बच्चों का दूसरे अस्पताल में उपचार चल रहा है। कहीं पड़ोसी अथवा कोई दूसरा परिवार का देखरेख कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग इस गांव में फैले बुखार से अनभिज्ञ बना हुआ है। शुक्रवार को बुखार से पीड़ित नौ साल के देव की औरैया के निजी अस्पताल में मृत्यु हो गई। उसको चार दिन से बुखार आ रहा था। बकेवर, लखना व औरैया जनपद में इलाज कराया गया। देव की मौत से पूरे गांव में घबराहट है। देव के पिता अशर्फीलाल ने बताया कि उनकी पत्नी रानी देवी तथा दो बेटियां 11 साल की चांदनी व 10 साल की वैष्णवी भी बीमार है। चांदनी लखना के निजी अस्पताल में भर्ती है। खुद अशर्फीलाल को भी बुखार आ रहा है। उनके छोटे भाई मुकेश राजपूत की सोमवार को मौत हो गई थी। मुकेश राजपूत के पुत्र का भी लखनऊ में इलाज चल रहा था, वह करीब 10 दिन से बुखार में पीड़ित था, अब उसे कुछ आराम बताया गया है। श्याम सिंह की पत्नी रानी देवी व पुत्र बीमार हैं। प्रदीप और उनकी पत्नी सुभद्रा को बुखार आ रहा है। सत्येंद्र और उनकी पत्नी संगीता बीमार हैं। सत्येंद्र की तीन बेटियों रिया, शालिनी और खुशी बुखार से तप रही हैं। प्रेम सिंह की दो बेटियों को बुखार आ रहा है। लाल सिंह और रोजगार सेवक अमित शर्मा कई दिन से बुखार से तप रहे हैं।

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गंदगी के अंबार, अधिकांश बीमार

संवादसूत्र, अहेरीपुर : ब्लाक महेवा की ग्राम पंचायत बीरपुर सलेमपुर में सफाई कर्मी ना होने से ग्रामों में गंदगी के अंबार लगे होने से संचारी रोगों का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। अधिकांश घरों में लोग बीमार हैं इसके बावजूद कोई रोकथाम नहीं की जा रही है। वीरेंद्र कुमार, इंदल सिंह, प्रेम सिंह, प्रेमशंकर, राजीव कुमार आदि ग्रामीणों ने बताया कि काफी समय से ग्राम पंचायत में सफाई कर्मी ना होने से इस पंचायत जुड़े ग्रामों और मजरों में गंदगी के ढेर जगह-जगह देखे जा सकते हैं। बीते साल लगवाए गए अधिकांश कूड़ेदान ग्राम प्रधान बदलते ही गायब हो गए हैं। ग्रामों में मलेरिया-डेंगू जैसे बुखार के साथ-साथ अन्य संचारी रोग फैले हुए हैं। ब्लाक स्तर के अधिकारी और ग्राम प्रधान संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहे हैं। इससे ग्रामीणों का जीना दुश्वार बना हुआ है। सफाई कर्मी तैनात करने व नदारद कूड़ेदान की जांच कराए जाने की मांग जिला प्रशासन से की जा रही है।

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