उदी चंबल चेक पोस्ट पर खनन विभाग को बिना चेकिग के मिलेगा राजस्व

गौरव डुडेजा इटावा मध्य प्रदेश से आने वाले मौरंग व गिट्टी के ओवरलोड ट्रकों के अब आनलाइन च

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 04:30 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 04:30 PM (IST)
उदी चंबल चेक पोस्ट पर खनन विभाग को बिना चेकिग के मिलेगा राजस्व
उदी चंबल चेक पोस्ट पर खनन विभाग को बिना चेकिग के मिलेगा राजस्व

गौरव डुडेजा, इटावा

मध्य प्रदेश से आने वाले मौरंग व गिट्टी के ओवरलोड ट्रकों के अब आनलाइन चालान हो सकेंगे। खनन विभाग ने अपने कार्यालय से आनलाइन ओवरलोडिग पर निगाह रखने के लिए कैमरे लगाए हैं जिनका कनेक्शन उदी चेकपोस्ट पर किया गया है। ओवरलोड वाहन के जनपद की सीमा में आने पर तुरंत पता चल जाएगा और आनलाइन चालान कर दिया जाएगा। इससे विभाग का राजस्व भी बढ़ेगा और 24 घंटे ट्रकों पर निगरानी रहेगी।

सितंबर से इस व्यवस्था को लागू कर दिया गया है। 13 सितंबर से अब तक करीब 147 आनलाइन चालान कर दिए गए हैं। पहले की व्यवस्था में विभाग के अधिकारियों को उदी चेकपोस्ट पर जाना पड़ता था और दिन रात ड्यूटी करके चेकिग अभियान चलाकर कागजों की पड़ताल करके चालान किया जाता था लेकिन ओवरलोड वाहनों के निकलने का सिलसिला थामे नहीं थम रहा था। विभाग के अधिकारियों के हटते ही ओवरलोड ट्रक कुछ ही देर में बड़ी संख्या में निकल जाते थे। विभाग एक टन ओवरलोडिग पाये जाने पर 25 हजार रुपए व उससे ऊपर प्रति टन 750 रुपये जुर्माना करता है।

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मध्य प्रदेश का क्षेत्र है ट्रकों के लिए मुफीद

उत्तर प्रदेश की सीमा में उदी चेक पोस्ट पर चेकिग अभियान शुरू होते ही मध्य प्रदेश से आने वाले ट्रक चंबल पुल के पार पहले ही रुक जाते हैं। जब तक चेकिग चलती है तब तक ट्रक वहीं पर खड़े रहते हैं और सीमा पार नहीं करते हैं। चेकिग अभियान जैसे ही बंद होता है ट्रक मालिकों को इसकी सूचना मिल जाती है और आधा एक घंटे के अंदर सारे ट्रक पास हो जाते हैं। इसमें कहीं न कहीं पुलिस की भूमिका को भी संदिग्ध माना जा रहा है। खनन विभाग के अधिकारियों ने स्वीकार किया कि पिछले 15 साल से खनन ओवरलोडिग को रोका नहीं जा सका है। हालांकि विभाग का राजस्व पिछले सालों में काफी बढ़ा है लेकिन ओवरलोडिग भी काफी तेजी से बढ़ी है। अनुमान के मुताबिक करीब 800 से एक हजार ट्रक रोजाना मध्य प्रदेश की सीमा से उत्तर प्रदेश की सीमा में गिट्टी बालू, मौरंग लेकर आते हैं। यह कारोबार भी पिछले एक दशक में काफी तेजी से आगे बढ़ा है।

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पिछले तीन सालों में बढ़ा राजस्व

विभाग का राजस्व पिछले तीन सालों में काफी तेजी से बढ़ा है। वर्ष 2019-20 में जहां 4 करोड़ 35 लाख का राजस्व विभाग को मिला था वहीं 2020-21 में कुल 5 करोड़ 8 लाख का राजस्व मिला है। हालांकि 2018-19 में यह राजस्व 10 करोड़ 66 लाख का था, इसमें यमुना नदी के बालू का ठेका भी शामिल था जो अब निरस्त हो गया है। खनन विभाग द्वारा वर्ष 2018-19 में सर्वाधिक 829 ट्रक पकड़े गये थे जिनसे 2 करोड़ 6 लाख रुपया राजस्व, वर्ष 2019-20 में 493 ट्रक पकड़े गये जिनसे 1 करोड़ 30 लाख 67 हजार रुपया व 2020-21 में 693 ट्रकों से 2 करोड़ 60 हजार रुपया राजस्व वसूला गया है। वर्ष 2021-22 में सितंबर तक 372 ट्रकों के चालान में 1 करोड़ 35 लाख रुपया अब तक राजस्व जमा हो चुका है।

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राजस्व एक नजर में

वर्ष राजस्व

2018-19 10 करोड़ 66 लाख

2019-20 4 करोड़ 35 लाख

2020-21 5 करोड़ 8 लाख

2021-22 1 करोड़ 90 लाख सितंबर तक

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अब आनलाइन चालान शुरू कर दिए गए हैं। ओवरलोडिग ट्रक जैसे ही हमारे चेक पोस्ट से पास होगा हमें अपने कंट्रोल रूम पर जानकारी हो जाएगी। उसके नंबर के आधार पर आनलाइन चालान हो जाएगा और ट्रक मालिक के पते पर चालान भेजा जाएगा। एक ट्रक पर लगभग 50 हजार रुपये जुर्माना होता है।

बृज बिहारी प्रसाद, जिला खनन अधिकारी

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