शनिवार को मिले पिछले एक माह में सबसे कम संक्रमित
जागरण संवाददाता इटावा जनपद में पिछले एक माह में सबसे कम संक्रमित शनिवार को पाए गए हैं।
जागरण संवाददाता, इटावा : जनपद में पिछले एक माह में सबसे कम संक्रमित शनिवार को पाए गए हैं। केवल 46 मामले शनिवार को सामने आए हैं। 15 अप्रैल से अब तक देखें तो पहली बार इतने कम मामले सामने आए हैं। सैंपलिग प्रभारी डॉ. सुशील कुमार ने बताया कि यह एक अच्छा संकेत है। पॉजिटिव मामले कम आ रहे हैं इससे मालूम होता है कि वायरस का इन्फेक्शन घट रहा है। शनिवार को पांच लोगों की मौत भी हो गई इनमें एक 30 वर्षीय युवक भी शामिल है। मरने वालों में उदी, बसरेहर व इटावा शहर के लोग शामिल हैं। एनएचएम प्रभारी संदीप दीक्षित ने बताया कि कुल मौतें अब 255 हो गई हैं जबकि 136 लोग स्वस्थ भी हुए हैं जनपद में अब एक्टिव केस घटकर 1264 हो गये हैं। उन्होंने बताया कि इस समय टेस्टिग भी बढ़ा दी गई है। 14 मई को 4445 टेस्ट हुए थे जबकि 15 मई को 5905 टेस्ट किए गए हैं। पिछले एक माह में कोई दिन ऐसा नहीं गया जिस दिन 100 से ऊपर आंकड़े न आए हों। शनिवार को पाए गए मामलों में लायन सफारी में 24 वर्षीय एक व्यक्ति संक्रमित पाया गया है। इसके अलावा चौगुर्जी, नगला बाग, फर्दपुरा मूंज, बकेवर, मोतीझील कालोनी, यदुवंश नगर, नुमाइश मैदान, ज्योति नगर, सराय दयानत, शांति कालोनी, थाना बलरई में दो, सकतपुरा सिडौस, नगला बिहारी जसवंतनगर, ओड़मपुर, नायकपुरा, पचदेवरा, सिविल लाइन, रजपुरा, उझियानी महेवा, महामई, पाल कालोनी अशोक नगर, गली नंबर तीन पक्काबाग में संक्रमित पाए गए हैं। संवादसूत्र महेवा के अनुसार : खंड विकास अधिकारी सतीश चंद्र पांडेय ने ग्राम उझियानी के मजरा रजपुरा में पहुंचकर मरीजों का हालचाल लिया व सैनिटाइज कराया। रजपुरा में एक ही घर में चार लोग पॉजिटिव पाए गए हैं जबकि दूसरे घर में एक महिला पॉजिटिव पाई गई है। उन्होंने अपनी टीम के साथ पहुंचकर मरीजों का हालचाल पूछा और प्रधान को बुलाकर गांव को सैनिटाइज कराया। इस अवसर पर प्रधान देवेंद्र दोहरे, सचिव राजकुमार, प्रवीण शाक्य, महिपाल मौजूद रहे। प्राइवेट चिकित्सक की कानपुर में मौत महेवा : स्थानीय कस्बा निवासी प्राइवेट चिकित्सक की बीमारी के चलते कानपुर स्थित सिटी हॉस्पिटल में मौत हो गई। कस्बा में शव आते ही शोक छा गया। कस्बा कस्बा निवासी प्राइवेट चिकित्सक डॉ. सतीश कुमार उम्र करीब 53 वर्ष जो कि पुरानी पुलिस चौकी के सामने अपनी क्लीनिक चलाते थे। वह पिछले 19 अप्रैल से बीमार चल रहे थे, स्वजन ने पहले इटावा फिर ग्वालियर व आराम न मिलने पर कानपुर के सिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया था, जिनकी शनिवार की सुबह मौत हो गयी। दोपहर में कस्बा में शव आते ही कोहराम मच गया। वह मृदुभाषी, सरल स्वभाव के सामाजिक व्यक्ति थे। गत एक वर्ष पूर्व उनके इकलौते पुत्र की मौत हो गयी थी तब से वह बीमार रहने लगे थे और गुमसुम रहते थे। अपने पीछे वह दो पुत्रियां व पत्नी को रोता बिलखता छोड़ गये। चिकित्सक के निधन पर ग्राम प्रधान कुमुद सिंह, बहेड़ा ग्राम प्रधान विजय प्रताप सिंह सेंगर, पूर्व प्रधान संजय पाल, डॉ. सुरेश चंद्र शर्मा, डॉ. हरी चौबे, क्षेत्र पंचायत सदस्य मिथुन पांडेय आदि ने शोक जताया है।