सड़क के गड्ढे भरने में पैसे की कमी का अड़ंगा
संवादसूत्र उदी प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ सड़कों को गड्ढा मुक्त करने पर जोर दे
संवादसूत्र, उदी : प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ सड़कों को गड्ढा मुक्त करने पर जोर दे रहे हैं तो धरातल पर लोनिवि के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग ग्वालियर-बरेली के गहरे-गहरे गड्ढे अभी तक धनाभाव के चलते भरे नहीं जा रहे हैं। गौरतलब पहलू तो यह है कि सदर विधायक सरिता भदौरिया के क्षेत्र में इस राजमार्ग की बदतर हालत बीते तीन सालों से बनी हुई है फिर भी कोई तबज्जो नहीं दी जा रही है। चंबल तथा यमुना नदी के मध्य करीब 10 किमी की दूरी में सड़क खोजने पर भी नहीं मिल रही है, गहरे-गहरे गड्ढों से आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं। हर समय उड़ने वाली धूल से राहगीरों के साथ सड़क किनारे रहने वालों का जीना दुश्वार बना हुआ है। बीते माह में एक दर्जन से अधिक लोगों की जान लेने के बाद यह जर्जर मार्ग खूनी मार्ग के नाम से भी जाना जाने लगा है। लंबी प्रतीक्षा के बाद अब जब विभाग जागा भी है तो सड़क पर व्याप्त गड्ढों को भरने के काम को दरकिनार करके पेचवर्क के नाम पर खाना पूर्ति कराई जा रही है। अधिकारियों का यह अनूठा पेचवर्क है जिसमें बड़े गड्ढे एवं टूटी सड़क को छोड़कर सामान्य हल्की-फुल्की टूटन पर काली बजरी डाल कर जनता को शांत करने के साथ विभाग को चूना लगाने का काम किया जा रहा है। मार्ग की वार्षिक मरम्मत नहीं होने से यमुना पुल से लेकर चंबल पुल तक यह मार्ग अत्यधिक क्षतिग्रस्त हैं। यमुना पुल से आजाद होटल तक तो सड़क का नामोनिशान खत्म होकर वह गहरे गहरे गड्ढों में तब्दील हो गई है। यही नहीं नगलागौर से उदी मोड़ तथा चंबल पुल तक सड़क को पहचान करना मुश्किल हो गया है। दुर्भाग्य से इस मार्ग पर प्रतिदिन जिलाधिकारी से लेकर अन्य जिला स्तर के अधिकारी भ्रमण करते हैं, इसके बावजूद भी इस मार्ग पर लेपन तो दूर विभागीय अधिकारियों द्वारा गड्ढे तक भरवाने का काम नहीं कराया जा रहा है। सहायक अभियंता उदयवीर सिंह यादव ने बताया कि हमारे पास बजट के अभाव में ज्यादा गहरे गड्ढों को भरवाना अभी संभव नहीं है इसकी पीडीआर हो गई है अगले राउंड में गड्ढों को भरवाया जा सकेगा।