देसी झालरों से रोशन होगा घर-आंगन

जागरण संवाददाता इटावा दीपावली के अवसर पर घरों को सजाने के लिए बाजारों में दुकानदारों

By JagranEdited By: Publish:Sat, 30 Oct 2021 08:15 PM (IST) Updated:Sat, 30 Oct 2021 08:15 PM (IST)
देसी झालरों से रोशन होगा घर-आंगन
देसी झालरों से रोशन होगा घर-आंगन

जागरण संवाददाता, इटावा : दीपावली के अवसर पर घरों को सजाने के लिए बाजारों में दुकानदारों ने झालर, रंगीन बल्व, झूमर व घरों की सजावट के नए उत्पादों का स्टाक किया है। इस बार देसी झालरों से घर आंगन रोशन किए जाएंगे। पिछले दो सालों में कोरोना की स्थिति को देखते हुए चीन के उत्पादों के बहिष्कार से देसी उत्पाद लोगों की अब पहली पसंद बने हुए हैं।

शहर के लाइन पार के बाजार में इलेक्ट्रानिक सामान बेचने वाले मनमोहन सिंह का कहना है कि इस दीपावली को चाइनीज आइटम से तौबा करके नहीं मंगाया है। जो पुराना माल बचा है उसे बेच कर नया नहीं खरीदेंगे।

उनका कहना है कि इस वर्ष बच्चे भी चाइनीज आइटमों से दूरी बनाने लगे हैं। सस्ते होने पर भी चाइनीज उत्पाद कम बिक रहे हैं।

अड्डा जालिम निवासी किशोर का कहना है कि चीन ने कोराना फैला कर आम दुनिया को बरबाद कर दिया है जबकि हम लोग त्योहार पर सस्ते होने के कारण चाइनीज आइटम खरीदते रहे। लेकिन इस वर्ष सोच लिया है कि देसी अपना कर देश का मान बढ़ाएंगे।

नौरंगाबाद स्थित व्यवसायी निर्मल पोरवाल का कहना था कि इस बार देसी झालरों की डिमांड अधिक है। लेकिन कोरोना को देखते हुए लोगों ने माल कम मंगाया है। हालांकि देसी झालरों की डिमांड अधिक और माल कम होने से इसके दामों में भी पिछले वर्षों की अपेक्षा इजाफा हुआ है। देसी झालरों को बनाने में समय लगता है इसलिए इसका आर्डर पहले दिया जाता है। अक्टूबर में कोरोना के मामले बढ़ने की संभावना को देखते हुए आर्डर नहीं दिया गया। लेकिन अब सब ठीक है तो माल मंगाया जा रहा है।

रामगंज मोहल्ले में देसी सजावट का सामान बेचने वाले मो.साहिल का कहना है कि गत वर्ष दीपावली पर तकरीबन 5 लाख से अधिक की देसी पन्नी की झालर से कमाई की है। चायनीज की जगह देसी कागज की झालर का क्रेज अधिक है। आज के भाव : चाइनीज झालर - 20 से 350 रुपया तक

देसी झालर : 120 से 200 रुपया तक

पाइप लाइट - 15 मी. 750 रुपया

देशी सजावटी लड़ी - 180 से 360 रुपया दर्जन

पन्नी की झालर - 420 रुपया दर्जन

उपहार के लिए पहली पसंद बना ड्राई फ्रूट दीपावली पर अपनों को गिफ्ट देने की परंपरा पुरानी है। इसको लेकर लोग अपनी क्षमता के अनुसार गिफ्ट पैक खरीद कर अपनों को भेंट करते हैं। राजागंज सहित शहर के कई अन्य बाजारों में देसी घी से बनी मिठाइयों की दुकानें सजी हुई हैं लेकिन अधिकांश लोग इस त्योहार को ड्राई फ्रूट ही अधिक खरीद रहे हैं।

आज के भाव :

काजू मसाला -- 700 रुपया किलो

बादाम गिरी - 800 रुपया किलो

पिस्ता - 1700 रुपया किलो

किसमिश - 400 रुपया किलो

खोया की मिठाई - 400 रुपया किलो

देसी घी से बनी मिठाइयां - 450 रुपया किलो

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