गिरंद गांव में हिमालयन गिद्धों का डेरा
संवाद सहयोगी भरथना (इटावा) उत्तर प्रदेश के इटावा में सारस पक्षियों का बड़ी तादाद में बसेर
संवाद सहयोगी, भरथना (इटावा) : उत्तर प्रदेश के इटावा में सारस पक्षियों का बड़ी तादाद में बसेरा है लेकिन अब तो हिमालयन गिद्ध देखे जाने से वन विभाग के साथ-साथ पर्यावरण प्रेमी उत्साहित हैं। भरथना ब्लाक के ग्राम नगला गिरंद के समीप ऊसर जमीन में करीब एक दर्जन हिमालयन गिद्ध देखे जाने के बाद आसपास के गांवों में कौतूहल है। हर कोई गिद्दों को देखने के लिए खेतों की ओर जाता हुआ दिख रहा है। ग्रामीणों की मानें तो यह गिद्ध धूप निकलते ही ऊसर में मृत पड़े जानवर के शव के आसपास आसमान में मंडराते नजर आ रहे थे और धीरे-धीरे एक-एक कर जमीन पर उतर कर मृत जानवर के समीप जा पहुंचे। गिद्धों के होने की जानकारी जैसे ही वन विभाग के दारोगा लक्ष्मी नारायण तथा वनरक्षक सुनील को मिली तो वे नगला गिरंद के समीप जा पहुंचे और हिमालयन गिद्ध अपने-अपने मोबाइलों में कैद करने लगे। इसी दौरान गिद्ध अपने को असुरक्षित महसूस कर पास के खेतों के पीपल के पेड़ पर क्रमबद्ध तरीके से बैठ गए। देर शाम तक गिद्ध उन पीपल के पेड़ों पर बैठे हुए थे। वन्यजीव विशेषज्ञ डा. राजीव चौहान का कहना है कि ये हिमालयन ग्रीफन प्रजाति का गिद्ध है, जो हिमालय की तराई क्षेत्रों में देखा जाता है। अक्सर प्रवास के दौरान ये इधर-उधर नजर आ जाते हैं। यह एक अच्छा संकेत है कि गिद्ध इटावा के भरथना के नगला गिरंद में देखे गए हैं, जहां पर मृत जानवर शव के आसपास बैठे देखे गए हैं। अगर क्षेत्र में मृत जानवर खुले में पाए जाते हैं तो इनका संरक्षण कर इन गिद्धों को प्रवास के लिए रोका जा सकता है।