10 माह में भी पेट में पट्टी होने की जांच पूरी नहीं कर सका स्वास्थ्य महकमा

जागरण संवाददाता इटावा शहर के एक निजी अस्पताल में करीब 10 माह पहले ऑपरेशन से प्रसव के ब

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Jan 2021 11:00 PM (IST) Updated:Sun, 24 Jan 2021 11:00 PM (IST)
10 माह में भी पेट में पट्टी होने की जांच पूरी नहीं कर सका स्वास्थ्य महकमा
10 माह में भी पेट में पट्टी होने की जांच पूरी नहीं कर सका स्वास्थ्य महकमा

जागरण संवाददाता, इटावा : शहर के एक निजी अस्पताल में करीब 10 माह पहले ऑपरेशन से प्रसव के बाद महिला के पेट में पट्टंी छूट जाने के आरोप की जांच स्वास्थ्य विभाग अब तक पूरी नहीं कर सका है। 22 जनवरी को अलीगढ़ के निजी अस्पताल में महिला की मौत हो गई। वहां के पृथ्वीराज अस्पताल के डॉक्टर ने सीएमओ को भेजी गई अपनी रिपोर्ट में पेट में पट्टी नहीं होने की बात कही है।

07 अप्रैल 2020 को जसवंतनगर के भगवानपुरा निवासी नरेश की पत्नी रिकी का सिविल लाइन स्थित एक अस्पताल में ऑपरेशन से प्रसव हुआ था। उसके बाद रिकी के पेट में दर्द हुआ। सितंबर में दर्द होने पर नरेश ने पत्नी को जिला अस्पताल में दिखाया तो जांच में पेट में पट्टी होने की बात कही गई। नरेश ने इसकी शिकायत तत्कालीन जिलाधिकारी जेबी सिंह से की। उन्होंने रिकी को जिला अस्पताल में भर्ती कराने के निर्देश दिए थे। जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने तीन दिन उसे रखने के बाद सैफई भेज दिया था, लेकिन नरेश सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में संतुष्ट नहीं हुआ और अलीगढ़ के पृथ्वीराज अस्पताल में पत्नी को दिखाने ले गया। वहां पर सर्जन डॉ. मलखान सिंह की देखरेख में उसका इलाज चला। इसी बीच सीएमओ डॉ. एनएस तोमर ने जिलाधिकारी से जांच के आदेश होने पर डॉ. अवधेश यादव के नेतृत्व में एक कमेटी बना दी, परंतु कमेटी कोई निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाई। नरेश ने जब दोबारा शिकायत की तो अपर जिलाधिकारी जय प्रकाश को जांच के आदेश दिए गए, परंतु मामला मेडिकल का होने के कारण तकनीकी तौर पर वे भी कोई स्पष्ट आदेश नहीं दे सके।

मायके वालों ने पुलिस को दी सूचना

22 जनवरी को रिकी की मौत के बाद मायके वालों ने पुलिस को सूचना दी कि नरेश ने जहरीला पदार्थ खिलाकर रिकी को मार डाला है। जसवंतनगर पुलिस ने दूसरे दिन शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।

अलीगढ़ के डॉक्टर ने कहा-कपड़ा नहीं

अलीगढ़ में रिकी का इलाज करने वाले डॉ. मलखान सिंह ने सात दिसंबर को सीएमओ इटावा को भेजे गए पत्र में स्पष्ट किया है कि रिकी देवी के पेट या एब्डोमेन में कोई कपड़ा नहीं पाया गया है। रिकी को आंत की टीबी होने के कारण सेप्टिक हो गया था। समय पर इलाज न मिलना उसकी मौत का कारण माना जा रहा है। सीएमओ डॉ. एनएस तोमर ने कहा कि जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को दी जाएगी।

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