कोरोना काल के तीन करोड़ रुपये का हिसाब नहीं दे सका स्वास्थ्य विभाग
जागरण संवाददाता इटावा शासन ने कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग को आपदा प्रबंधन से निपटने के
जागरण संवाददाता, इटावा : शासन ने कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग को आपदा प्रबंधन से निपटने के लिए पंचायत राज विभाग से तीन करोड़ रुपये उधार के रूप में दिया था। लेकिन उसका आज तक कोई हिसाब किताब स्वास्थ्य विभाग द्वारा नहीं दिया गया है। यह धन वर्ष 2020 में कोरोना की पहली लहर के समय दिया गया था।
पंचायत राज विभाग से अवमुक्त किए गए धन से कोरोना से निपटने के लिए संसाधन बढ़ाए गए थे। इससे चार जनरेटर सेट खरीदे गए। इसके साथ ही जिला अस्पताल पुरुष व जिला अस्पताल महिला में आक्सीजन पाइप लाइन डलवाई गई। यह कार्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उदी, भरथना और बकेवर में भी कराया गया। इन स्वास्थ्य यूनिटों पर आक्सीजन प्लांट भी लगवाए गए।
इस मामले में सीएमओ डा. भगवान दास ने बताया कि आक्सीजन का दूसरी लहर में अभाव था उस समय यह फैसला लिया गया था कि जैसे भी हो तीसरी लहर से कोरोना पीड़ितों को हर हाल में बचाना है। शासन की संस्तुति पर ही यह रकम ली गई थी। इससे अनेक कार्य पूरे कराए गए हैं।
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उपभोग प्रमाण पत्र अभी तक नहीं मिला
जिला पंचायतराज अधिकारी यतेंद्र सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने मार्च 2020 में तीन करोड़ रुपया उनके विभाग से उधार लिया था। यह उधारी आपदा प्रबंधन के तहत कोरोना से निपटने के लिए दी गई थी लेकिन इसका उपभोग प्रमाण पत्र आज तक नहीं दिया गया। स्वास्थ्य विभाग को इसके लिए कई बार रिमाइंडर भी दिया गया है। उपभोग प्रमाण पत्र हर हाल में देना होगा।