कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग का ढांचा हुआ मजबूत
जागरण संवाददाता इटावा वर्ष - 2020 अपनी खट्टी-मीठी यादों को छोड़ कर विदाई की बेला में पह
जागरण संवाददाता, इटावा : वर्ष - 2020 अपनी खट्टी-मीठी यादों को छोड़ कर विदाई की बेला में पहुंच गया है। यह वर्ष कोरोना काल के नाम से जाना जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के लड़खड़ाते ढांचे को लेकर कोरोना जैसी महामारी आ जाने के कारण तमाम जिम्मेदारियां विभाग पर आ गई थीं। शासन की मदद से स्वास्थ्य विभाग के ढांचे को मजबूत करने का प्रयास किया गया। कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों व कर्मचारियों ने महामारी से लड़ाई लड़ने के लिए जहां मजबूती से दम दिखाया वहीं जिला प्रशासन ने विभाग के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ाई को सफलता के साथ लड़ा। अस्पताल में व्याप्त तमाम कमियों को पूरा किया गया। यह की गईं व्यवस्थाएं - सीएचसी जसवंतनगर को 30 शैय्या का कोविड अस्पताल की सुविधा।
- महिला जिला अस्पताल की 100 शैय्या महिला विग में 100 बेड का एल-टू कोविड अस्पताल की सुविधा।
- नारायण इंटर कॉलेज के हॉस्टल को 50 बेड का कोविड हॉस्पिटल बनाया गया।
- उत्तरप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्व विद्यालय सैफई में 200 बेड के कोविड हॉस्पिटल की सुविधा।
- आश्रम पद्धति विद्यालय व स्लेटर होम रैन बसेरा को आइसोलेशन के लिए आरक्षित रखा।
- सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में कोरोना की जांच की सुविधा मिली।
- संक्रमितों की देखरेख व सुविधा के लिए जहां 100 बेड नए मिले।
- आक्सीजन मीटर, व छह नए चिकित्सक भी दिए गए।
नगर पालिका ने कराया सैनिटाइजेशन
नगर पालिका परिषद ने शहर में जहां भी संक्रमित निकले, मौके पर पहुंच कर घर-परिवार व मोहल्ले के मकानों को सैनेटाइज किया। नगर पालिका ने गरीबों के लिए रसोई का भी संचालन किया और भोजन के पैकेट पहुंचाए। कर्मचारियों ने नगर में सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखी। प्रवासियों को दी रोजगार की सौगात प्रदेश सरकार की पहल पर जिला प्रशासन ने मनरेगा के माध्यम से गरीब श्रमिकों को रोजगार के अवसर सृजित किये। तकरीबन 10 हजार लोगों को रोजगार से जोड़ कर 60 हजार के श्रम विभाग में पंजीयन कराए। इसी के साथ गरीब लोगों को लॉकडाउन में भी खाने की व्यवस्था करते हुए फ्री राशन का वितरण कराया गया। इसका लाभ दो लाख से अधिक परिवारों को मिला।