डेंगू प्रभावित गांवों में लग रहे स्वास्थ्य शिविर
जासं इटावा जनपद में बदलते मौसम में बुखार खांसी सर्दी जुकाम व अन्य संक्रामक बीमारियों के मर
जासं, इटावा : जनपद में बदलते मौसम में बुखार, खांसी, सर्दी जुकाम व अन्य संक्रामक बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। इसलिए इस मौसम में विशेष ध्यान देने की जरूरत है। यह कहना है सीएमओ डा. भगवान दास का। जनपद के कुछ गांवों में बुखार के अधिक मरीज मिल रहे हैं, ऐसे गांव में निगरानी समिति द्वारा विशेष रुप से ध्यान देने के साथ स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है। ताकि डेंगू, मलेरिया, वायरल फीवर की सही समय पर सही से जांच हो और सही इलाज लोगों तक पहुंचाया जा सके।
उन्होंने बताया कि स्क्रब टाइफस के सभी मरीज स्वस्थ हो गए हैं और अभी तक किसी अन्य मरीज को इस वायरस से संबंधित बुखार की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सतर्कता की आवश्यकता है। इसीलिए घर के आसपास जलभराव न होने दें। मच्छरदानी का प्रयोग करें। पूरी बांह के कपड़े पहनें और घर के अंदर मवेशियों को न रखें।
सीएमएस डा. एमएम आर्या ने बताया कि अस्पताल में बुखार से पीड़ित प्रतिदिन लगभग 450 से 500 लोगों की टेस्टिग हो रही है और उन लोगों का इलाज किया जा रहा है। इस माह डेंगू संदिग्ध 2420 मरीजों की जांच की गई। सोमवार तक 87 लोग बुखार व अन्य बीमारियों से ग्रस्त होकर जिला अस्पताल में भर्ती हुए।
एसीएमओ डा. अवधेश ने बताया कि नगला अर्जुन, नगला भगत, खेड़ा, बुजुर्ग, बलरई, धरबार, डूंडपुरा, नगला डेवी, लुहन्ना आदि गांव में निरंतर स्वास्थ्य विभाग की टीम काम कर रही है। जो भी व्यक्ति डेंगू से ग्रसित पाया जा रहा है, उसे तुरंत स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं और जो व्यक्ति संभावित भी लग रहा है, उसका ब्लड सैंपल लेकर सैफई मेडिकल कालेज भेजा जा रहा है। सोमवार को जनपद में निजी अस्पताल, सैफई मेडिकल कालेज और जिला अस्पताल में डेंगू व अन्य बुखार से पीड़ित 186 लोग भर्ती हैं और 32 मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं।